CBSE बोर्ड ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं निरस्त नहीं की गयी : 25 जून को होगी सुनवाई
Jun 23, 2020, 17:46 IST
कोरोना संक्रमण के चलते स्थगित हुई केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की शेष बची बोर्ड परीक्षाएं अभी भी नहीं हो पाई हैं। परीक्षाओं को निरस्त करने के लिए मामला सुप्रीम कोर्ट में है। अब CBSE बोर्ड ने कहा कि बोर्ड परीक्षाएं निरस्त नहीं की गई हैं। सुप्रीम कोर्ट में 25 जून को मामले की सुनवाई होगी, वहीं बोर्ड ने इस संबंध में फैसला करने के लिए कुछ समय मांगा है। ऐसे में संभावना है कि CBSE बोर्ड कल तक परीक्षाओं को लेकर फैसला ले लेगा। बता दें कि 10वीं और 12वीं बोर्ड की शेष परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच होना है।
CBSE ने सीलबंद रिपोर्ट प्रस्तुत की
परीक्षाओं निरस्त करने को लेकर दायर याचिका के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने CBSE बोर्ड से उसका पक्ष जानना चाहा है। CBSE बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में सीलबंद रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है। बताया जा रहा है कि HRD मंत्रालय ने परीक्षाएं स्थगित करने समेत अन्य सभी विकल्पों को खुला रखा है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक बोर्ड ने कहा कि परीक्षाएं स्थगित कर सकते हैं, निरस्त नहीं।
ये है याचिका में
याचिका में मांग की गई है कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए CBSE बोर्ड की ओर से 10वीं और 12वीं कक्षा के बचे हुए 29 विषयों की परीक्षाओं के आयोजन की बजाय छात्रों को इंटरनल असेसमेंट के आधार पर नंबर दिए जाएं और उसी आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाए। कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों ने अनिश्चिय की स्थिति बना दी है। इसके मद्देनजर देश भर से छात्रों और अभिभावकों द्वारा HRD मंत्रालय से परीक्षाएं को स्थगित या रद्द करने की लगातार अपील की जा रही है। याचिका के साथ अभिभावकों ने स्वास्थ्य मंत्रालय और एम्स का कोरोना संक्रमण संबंधित डाटा भी प्रस्तुत किया है। इस डाटा के अनुसार आने वाले समय में भारत में कोरोना वायरस संक्रमण अपने चरम पर होगा ऐसे में परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि वर्तमान में भारत में कोरोना संक्रमितों की संख्या साढ़े 4 लाख को पार कर गई है।
बोर्ड ने 12वीं के इंटरनल असेसमेंट को जायज नहीं माना
इधर CBSE बोर्ड का कहना है कि 10वीं कक्षा का रिजल्ट इंटरनल असेसमेंट के आधार पर तैयार करना आसान है, लेकिन 12वीं कक्षा के लिए ऐसा करना ठीक नहीं होगा क्योंकि 12वीं कक्षा के आधार पर आईआईटी, मेडिकल समेत उच्च शिक्षा में दाखिला होता है। स्कूल के इंटरनल असेसमेंट में कई काबिल छात्र पिछड़ सकते हैं।
बहरहाल HRD मंत्रालय को तमाम परिस्थितियों का आकलन कर फैसला करना होगा क्योंकि यदि CBSE 12वीं बोर्ड परीक्षाएं स्थगित की जाती है तो इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य विधाओं के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाओं को स्थगित करना होगा।