GUNA : मासूम बच्चो के सामने उनके माँ- बाप को डंडे से पीटती रही पुलिस, प्रशासन का नहीं पसीजा दिल

 
GUNA : मासूम बच्चो के सामने उनके माँ- बाप को डंडे से पीटती रही पुलिस, प्रशासन का नहीं पसीजा दिल

भोपाल। गुना की घटना पर संज्ञान लेते हुए क्ग् शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की बर्बरता बर्दाश्त नहीं की जाएगी । साथ ही गुना मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होने कहा कि जो भी इस घटना में दोषी हैं उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


वहीं इसी मामले में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, उन्होने कहा कि मैने इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से चर्चा की है। ऐसे असंवेदनशील व दोषी अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही का अनुरोध किया है।


बता दें कि गुना के जगनपुर क्षेत्र में 12 करोड रुपए की लागत से एक मॉडल कॉलेज बनाया जाना था। इस कॉलेज की स्वीकृति मिलने के बाद जमीन का अलॉटमेंट 2 साल पहले ही किया जा चुका है। टेंडर भी हो चुके हैं। निर्माण कार्य शुरू करने के लिए आदेश भी दिया जा चुका है। लेकिन जब मंगलवार को अतिक्रमण की 45 बीघा जमीन पर प्रशासन का अमला यहां अतिक्रमण हटाने पहुंचा तो। यहां पर मौजूद किसान दंपत्ति ने ना सिर्फ कीटनाशक पी लिया बल्कि दोनों की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें गुना जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।


जब अतिक्रमण हटाने पुलिस पहुंची तब इस दंपत्ति के साथ जो मारपीट की वह मीडिया के कैमरों में कैद हो गई और अब इस पुलिस की बर्बरता पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। जिस तरह से किसान दंपत्ति के साथ पुलिस द्वारा लाठियों से बर्बरता पूर्ण मारपीट की गई है उसे देख कर आप भी हैरान रह जाएंगे। बड़ा सवाल तो यहां भी खड़ा होता है कि जब प्रशासन का अमला यहां पर पहुंचा तो किसान दंपत्ति ने उनके सामने भी कीटनाशक पी लिया लेकिन इसके बाद जो हुआ वह आप इन विजुअल्स में देख सकते हैं।


हालांकि प्रशासन की तरफ से गुना कलेक्टर एस विश्वनाथन का यही कहना है कि अगर ऐसा नहीं करते तो और स्थिति बिगड़ जाती इसलिए स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए इस तरह का कदम उठाना पड़ा और प्रशासन का यह भी कहना है कि अगर इस सरकारी जमीन पर कोई अपना कब्जा बताता है तो उस पर नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


अब इस मामले में दूसरा पेंच यह आ गया है की कमिश्नर हायर एजुकेशन द्वारा गुना जिला प्रशासन को एक चिट्ठी भेजी गई है। अगर समय पर निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका तो मॉडल कॉलेज का जो फंड 12 करोड रुपए गुना जिले के लिए भेजा गया है उसे वापस ले लिया जाएगा। और इसकी प्रक्रिया भी जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। अगर ऐसे में यह राशि वापस चली जाती है तो गुना के छात्रों को एक बार फिर अपने भविष्य को लेकर दूसरे शहरों का रुख करना पड़ेगा बल्कि गुना के छात्रों की आस फिर से अधर में रह सकती है।


फ़िलहाल इस पूरे मामले पर गंभीरता दिखाने के लिए और पुलिस की बर्बरता पर सवाल खड़ा करने के लिए कांग्रेस ने भी शिवराज सरकार को घेरना शुरू कर दिया था। किसान दंपत्ति के साथ पुलिस की बर्बरता पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी ट्वीट कर लिखा कि "ये शिवराज सरकार प्रदेश को कहाँ ले जा रही है ? ये कैसा जंगल राज है ? गुना में कैंट थाना क्षेत्र में एक दलित किसान दंपत्ति पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों द्वारा इस तरह बर्बरता पूर्ण लाठीचार्ज।


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