REWA : झोला भरकर 11 लाख की रिश्वत लेने वाले MPIDC के कार्यकारी संचालक एपी सिंह के खिलाफ EOW ने दर्ज की FIR
रीवा में मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम (MPIDC) के कार्यकारी संचालक एपी सिंह के खिलाफ आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) ने भी रिपोर्ट दर्ज की है। एक सप्ताह पहले एपी सिंह को 11 लाख रुपए रिश्वत लेने का VIDEO वायरल हुआ था। उसने हरियाणा के रोहतक की धर्मपाल एंड कंपनी के सचिव से रिश्वत के रूप में पैसे लिए थे। इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) रीवा के एसपी वीरेन्द्र जैन ने बताया कि एपी सिंह द्वारा रोहतक हरियाणा की धर्मपाल एंड कंपनी के ठेकेदार से रिश्वत के तौर पर 11 लाख रुपए लिए थे। मामले का वीडियो 3 जून को सोशल मीडिया के अलग-अलग ग्रुपों में वायरल हुआ था। उक्त प्रकरण आर्थिक अपराध से संबंधित होने से 8 जून को थाना EOW में दर्ज किया है। साथ ही, मामले में एपी सिंह समेत कंपनी के ठेकेदार को आरोपी बनाया गया है। वहीं, अन्य संबंधित के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच में लिया गया है।
क्या है पूरा मामला
बता दें कि 3 जून को वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ। वीडियो में रीवा औद्योगिक विकास निगम में प्रभारी कार्यकारी संचालक एपी सिंह दिखाई दे रहे थे। वे वीडियो में 11 लाख रुपए से भरे झोले में रिश्वत लेते नजर आ रहे हैं। आरोप है कि एपी सिंह ने हरियाणा के रोहतक की धर्मपाल एंड कंपनी को दिए गए कार्यों के एवज में बतौर कमीशन यह राशि ली है।
दावा है, कंपनी द्वारा रीवा के गुढ और सिंगरौली के बैढ़न में कराए जा रहे कार्यों के एवज में संचालक एपी सिंह ने पैसे मांगे थे। तब ठेकेदार उनके बाल भारती स्कूल के पास स्थित सिरमौर चौराहा के पास बने मकान में दिया था। इसकी शिकायत भी 25 मई को अरुण कुमार सिंह ने रीवा कमिश्नर सहित MPIDC के प्रबंध संचालक से की थी। दूसरे दिन MPIDC के प्रबंध संचालक जान किंग्सली ने 25 मई के पत्र को आधार बनाकर 4 जून को एपी सिंह को निलंबित कर दिया है।