REWA : दूसरे का आधार नंबर लिंक कर धोखाधड़ी : बैंक अधिकारियों की साठगांठ के कारण महिला को गंवानी पड़ गई 21 लाख की जमापूंजी
रीवा के रायपुर कर्चुलियान थाना क्षेत्र के रामनई मध्यांचल बैंक में ठगी का मामला सामने आया है। बैंक अधिकारियों की साठगांठ के कारण महिला को जिंदगीभर की जमापूंजी गंवानी पड़ गई। बैंककर्मियों ने महिला के खाते से दूसरे का आधार कार्ड लिंक कर दिया। इसके बाद पिछले एक साल में आरोपी ने 234 ट्रांजैक्शन कर 21 लाख रुपए निकाल लिए। महिला को खबर तक नहीं लगी। इसका खुलासा तब हुआ, जब 10 जून को महिला अपने पति के साथ पासबुक में एंट्री करवाने पहुंची। यहां खाता खाली देख कर होश उड़ गए। उसने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
रायपुर कर्चुलियान थाना प्रभारी उप निरीक्षक मृगेन्द्र सिंह ने बताया कि पुरैना निवासी वंदना तिवारी (39) पति अनूप तिवारी का खाता मध्यांचल ग्रामीण बैंक की रामनई शाखा में है। बेटी की शादी के लिए धीरे-धीरे वह लंबे समय से पैसा जमा कर रही थी। बैंक में करीब 21 लाख रुपए जमा थे। RBI के निर्देशों के बावजूद महिला ने अपने खाते से आधार कार्ड और मोबाइल नंबर लिंक नहीं करवाया। वंदना ने खाते में पैसे तो जमा किए, पर पासबुक की एंट्री लंबे समय तक नहीं कराई थी।
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पासबुक अपडेट हुआ तो हुई जानकारी
इधर, बेटी का रिश्ता तय हुआ। पैसों की जरूरत पड़ने पर वंदना 10 जून को पति के साथ पासबुक में एंट्री कराने पहुंची। पहले तो बैंक कर्मचारी पासबुक में एंट्री करने के लिए टालते रहे। काफी देर तक इंतजार भी करवाया, लेकिन वंदना के पति एंट्री के लिए अड़े रहे। इसके बाद एंट्री हुई। खाते में रुपए नहीं देखकर उनके होश उड़ गए। वंदना का कहना है कि इससे पहले भी कई बार जब पासबुक में एंट्री करवाने के लिए बैंक कर्मचारियों से कहा, तो उन्होंने टाल दिया था। बैंक प्रबंधन से शिकायत करने पर ध्यान नहीं दिया गया। दंपती ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
ऐसे की गई ठगी
पुलिस के मुताबिक शुरुआती जांच में धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया। जांच में सामने आया कि चोरगड़ी निवासी राजेश पांडेय का आधार कार्ड बैंक के अधिकारियों व कर्मचारियों से साठगांठ कर महिला के खाते से लिंक कर दिया था। राजेश पिछले करीब एक साल से रोजाना बैंक से 10 हजार रुपए निकालता रहा।
आरोपी से मिला 14 लाख रुपए का हिसाब
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहां से एक दिन की रिमांड पर लिया था। पूछताछ में आरोपी के पास से 14 लाख रुपए का हिसाब मिला है। आरोपी के पास से बाइक, सोना-चांदी और प्लाॅट की रजिस्ट्री मिली है। पुलिस आरोपी का माल जब्त करेगी। साथ ही, उसके खातों को सील करने के लिए बैंक को पत्र लिखा गया है।
11 लाख रुपए के हिसाब में बैंक की भूमिका
पुलिस के मुताबिक, धोखाधड़ी को बगैर बैंक कर्मचारियों के सहयोग से अंजाम नहीं दिया जा सकता। इसमें निश्चित रूप से बैंक के कर्मचारी शामिल हैं। अब जांच की जाएगी कि कौन सा कर्मी इसमें शामिल है। दावा है, आरोपी के पास से 14 लाख रुपए का हिसाब मिला है। बाकी का पैसा बैंक कर्मी डकार गए हैं। ऐसे में 11 लाख की वसूली के लिए पुलिस बैंक मैनेजर और स्टाफ के खिलाफ मामला दर्ज कर वसूली कर सकती है।
रीवा LDM आरके सक्सेना की जुबानी, आधार कार्ड के लाभ और हानि की कहानी
आधार कार्ड के फायदे
आधार कार्ड के लिंक होने से ग्राहक अपना पैसा कहीं से भी निकाल सकते हैं।
सरकारी योजनाओं का लाभ सिर्फ आधार कार्ड से मिलता है।
आधार में कुछ परिवर्तन करवाने के लिए दर्ज कराए हुए मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है जिससे यह एक हद तक सुरक्षित है।
आधार कार्ड के नुकसान
कई बार बैंक से बाहर भी शातिर लोग आधार कार्ड लिंक करा लेते हैं।
जागरूकता सबसे ज्यादा जरूरी।
ग्राहकों को बीच बीच में बैंक जाना चाहिए।
फोन नंबर अपडेट कराना जरूरी है।