Cyber Fraud Case: साइबर ठगी मामले में बड़े नेटवर्क का राजफाश करने में जुटी पुलिस, 18 राज्यों में 20 गिरोह के सक्रिय होने के मिले सबूत
बालाघाट । साइबर ठगी मामले में बड़े नेटवर्क का राजफाश करने में जुटी पुलिस ने अब तक गिरफ्त में आए आरोपितों से जहां धोखाधड़ी के तरीकों का पता लगाया है, वहीं 18 राज्यों में इनके 20 गिरोह सक्रिय होने के सबूत जुटाए हैं। दो और शातिर अपराधियों का पुलिस ने सुराग लगाया है जो इन दिनों झारखंड की जेल में बंद हैं। साइबर ठगी मामले में अब तक पुलिस के हाथ लगे सबूतों से एक बात तो साफ हो गई कि इस गिरोह में कई हिस्ट्रीशीटर शामिल हैं।
इस फोन नेटवर्क गिरोह से सात सौ से अधिक लोग जुड़े हैं, जिन तक पहुंचने के लिए इसकी गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस को पसीना छूट रहा है। हर रोज जांच में नई कड़ी सामने आ रही है। इस गिरोह के कुछ आरोपित अन्य राज्यों की जेल में हैं तो कुछ बाहर रहकर नेटवर्क चला रहे हैं। अब तक पूरा गिरोह एक साथ नहीं पकड़ा गया है। इससे उनके नेटवर्क का राजफाश नहीं हो पाया है। इनका धोखाधड़ी का तरीका अलग-अलग राज्यों में अलग तरह से पाया जा रहा है।
झारखंड जेल में है पिंटू मांझी
साइबर ठगी मामले में पिंटू मांझी झारखंड का मास्टर माइंड है जो इन दिनों झारखंड जेल में है। उस पर इस तरह के 25 से अधिक केस दर्ज हैं। यहां उसके साथ कुणाल मांझी भी बंद है। मध्य प्रदेश के अलावा उप्र, हरियाणा, बंगाल, पुणे समेत अन्य राज्यों में अब तक ठगी के 30 केस दर्ज हुए हैं।
अब तक की स्थिति
- 20 करोड़ की धोखाधड़ी का पर्दाफाश।
- 20 गिरोह के सक्रिय होने के मिले सबूत।
- सात सौ से अधिक सदस्यों को किया चिन्हित
- 18 राज्यों से मिला कनेक्शन।
इनका कहना है
साइबर ठगी मामले में मास्टर माइंड पिंटू मांझी के साथ कुणाल मांझी झारखंड जेल में बंद है। उनके खिलाफ 25 से अधिक केस दर्ज हैं। अब तक गिरफ्त में आए आरोपितों ने 18 राज्यों में 20 गिरोह के सक्रिय होने का राजफाश किया है।
- अभिषेक तिवारी, एसपी, बालाघाट