REWA : चिरहुला मंदिर व साईं मंदिर परिसर को सेफ भोग प्लेस बनाने की प्रक्रिया शुरू : इस तरह होगी तैयारी
रीवा। भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (Food Safety and Standards Authority of India (FSSAI)) ने शहर में आस्था का केन्द्र बने चिरहुला मंदिर व साईं मंदिर परिसर को सेफ भोग प्लेस बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बताया गया कि खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने मंदिर परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्था बनाने के प्रयास शुरू कर दिए है। जिकसकी रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन को सौंप दी गई है। दावा है कि इन मंदिरों में नई व्यवस्था चालू होने में अभी 5 माह लग जाएंगे।
रीवा के खाद्य सुरक्षा अधिकारी शाबिर अली ने बताया कि जिले के ऐसे धार्मिक स्थल जैसे मंदिर, मस्जिद, चर्च, गुरुद्वारा जहां सबसे ज्यादा भक्तों की भीड़ होती है। उनको सेफ भोग प्लेस बनाकर सुरक्षित किया जाता है। जिससे श्रद्धालुओं को सुरक्षित भोजन व प्रसाद मिल सके। मंदिर प्रांगण में दो प्रकार के सेफ भोग प्लेस होते है। एक जो बाहर वेंडर संचालित करता है।
दूसरा जो मंदिर के अंदर बनता है। योजना के तहत सबसे पहले भीड़-भाड़ वाले मंदिरों को चयनित किया गया है। जहां पर शहर की बड़ी आबादी सबसे ज्यादा जाती है। ऐसे में शहर में दो मंदिर है। पहला चिरहुला मंदिर और दूसरा साईं मंदिर। जहां पर (FSSAI) के मुताबिक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने निरीक्षण कर सेफ भोग प्लेस की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
प्रदूषण मुक्त रहता है क्षेत्र
बताया गया कि इन दोनों मंदिर के किचेन को इस तरह से तैयार किया जाना है। जहां पकने वाला भोजन प्रदूषण मुक्त होगा। जिला प्रशासन के निर्देश पर रखरखाव व देखरेख का जिम्मा खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग को सौंपा गया है। जो मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओ के लिए बनने वाले प्रसाद और भोजन वितरित की व्यवस्था का चेक कर अंत में सेफ भोग प्लेस घोषित कर प्रमाण पत्र सौंपेगे।
इस तरह होगी तैयारी
कलस्टर का आईडेंटिफिकेशन
प्री ऑडिट
फॉस्टेक प्रशिक्षण और आधारभूत ढांचे में बदलाव
फाइनल आडिट के साथ ही सर्टिफिकेशन
मानकों का पालन और नवीनीकरण