मऊगंज सिविल अस्पताल का मामला : चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते परिजनों ने की जमकर पिटाई, डॉक्टर को जिंदा जलाने की कोशिश
रीवा जिले के लौर थाना अंतर्गत बीती रात सड़क दुर्घटना में घायल युवक ने मऊगंज सिविल अस्पताल दम तोड़ दिया है। मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर पिटाई कर दी। जान बचाने के लिए नाइट ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर खुद को एक कमरे में बंद कर लिया। जिसको जिंदा जलाने की कोशिश की गई।
बवाल की सूचना के बाद मऊगंज पुलिस अस्पताल पहुंची। जिसने चिकित्सक को सुरक्षित बचाते हुए आक्रोशित परिजनों को शांत कराया। सूत्रों का दावा है कि दूसरे दिन पीड़ित चिकित्सक की शिकायत पर मऊगंज पुलिस ने मारपीट और तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 353, 332, 294, 506 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
ये है मामला
मऊगंज एसडीओपी नवीन दुबे ने बताया कि सोमवार की रात 10 बजे के आसपास लौर थाना क्षेत्र में एक सड़क दुर्घटना हुई। हादसे में रवि कुमार द्विवेदी बुरी तरह जख्मी हो गया। पुलिस को सूचना देते हुए परिजन सीधे घायल को लेकर सिविल अस्पताल मऊगंज पहुंचे। जहां उपचार के दौरान घायल युवक ने दम तोड़ दिया। मौत के बाद परिजन आक्रोशित हो गए।
चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप
उन्होंने चिकित्सक अनिल सिंह उइके पर लापरवाही का आरोप लगाया। कहा अगर समय पर इलाज शुरू हो जाता तो घायल की जान बच जाती। लेकिन चिकित्सक टाल मटोल करते रहे। इसी बीच एक दर्जन से ज्यादा लोग अस्पताल पहुंचे। जिन्होंने चिकित्सक को मौत का जिम्मेदार बताते हुए पिटाई शुरू कर दी। भीड़ से बचकर चिकित्सक एक कमरे में कैद हो गए।
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पुलिस ने चिकित्सक को बचाया
साथ ही मऊगंज पुलिस को अस्पताल में बवाल होने की जानकारी दी। कुछ लोगों ने दरवाजा तोड़ते हुए जिंदा जला देने की बात कही। इसी बीच पुलिस पहुंच गई। जिसके बाद कमरे से चिकित्सक को बाहर निकालते हुए पूरे मामले को जाना। इधर मृतक का शव मर्चुरी में रखाते हुए दूसरे दिन पोस्ट मार्टम कराने की बात कह कर सभी को गांव भेज दिया गया।