Bhopal Metro Station : भोपाल के मेट्रो में सफर करने वालों ले लिए बड़ी खुशखबरी : हर स्टेशन में खुलेंगे फूड प्लाजा

 

भोपाल में मेट्रो के 6.22 किमी लंबे प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ट्रायल रन हो चुका है, जबकि अगले कुछ महीनों में कमर्शियल रन भी शुरू हो जाएगा। इसके बाद जब आप मेट्रो ट्रेन में सफर करने के लिए स्टेशन में एंट्री करेंगे तो आपको ठीक वैसी तस्वीर नजर आएगी, जो किसी एयरपोर्ट के अंदर की होती है। अंदर फूड प्लाजा और कुछ शॉप भी रहेंगी। जहां से आप खाने-पीने और जरूरत का सामान भी खरीद सकेंगे। इसके लिए मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने तैयारी भी शुरू कर दी है। एक्सपर्ट के जरिए प्लान तैयार बन रहे हैं। ऐसा ही प्लान इंदौर मेट्रो स्टेशनों के लिए भी बनाए जाएंगे। भोपाल-इंदौर के लिए एक साथ मीटिंग हुई है।

एमडी ने एक्सपर्ट से चर्चा की
मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर सुभाषनगर से एम्स के बीच है। पांच स्टेशन- RKMP, सुभाष नगर, केंद्रीय स्कूल, डीबी के सामने और एमपी नगर 90% तक पूरे हो चुके हैं, जबकि डीआरएम चौराहा, एम्स और अलकापुरी में भी 60 से 70% तक का काम कम्प्लीट है। इसी बीच इन स्टेशनों से रेवेन्यू जनरेट करने के लिए प्लान भी तैयार किए जाने लगे हैं।

एमडी सीबी चक्रवर्ती ने एक्सपर्ट के साथ मीटिंग भी की है। जिनसे प्लान भी मांग गए हैं। मेट्रो कॉर्पोरेशन के अफसरों का कहना है कि स्टेशन काफी बड़े दायरे में बने हैं। ऐसे में यहां फूड प्लाजा, बैंकों के एटीएम के साथ शॉप के लिए भी जगह है। इसलिए इनसे भी रेवेन्यू जनरेट की जाएगी। अगले 2 महीने में प्लान तैयार किए जाएंगे।

मेट्रो कॉर्पोरेशन के एमडी सीबी चक्रवर्ती ने स्टेशनों पर रेवेन्यू जनरेट करने के लिए एक्सपर्ट से चर्चा भी की।

फेज-2 में भी 8 स्टेशन बनेंगे, यह भी प्लान
मेट्रो के दूसरे फेज का काम जून-जुलाई में शुरू होगा। सुभाष नगर से करोंद के बीच 8.77 Km लाइन को बिछाने में कुल 1540 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इनमें 3.39 Km लंबा अंडरग्राउंड रूट रहेगा। जिसमें 2 मेट्रो स्टेशन भी बनेंगे। वहीं, 6 स्टेशन जमीन के ऊपर बनेंगे। यहां के लिए भी अभी से प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके लिए स्टेशन की डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। स्टेशन पूरे बनने के बाद फूड प्लाजा और दुकानें बनाएंगे।

कुल 14.99 Km लंबा है रूट

  •     मेट्रो की ऑरेंज लाइन यानी एम्स से करोंद तक का रूट कुल 14.99 Km लंबा है। इसमें सुभाष नगर से एम्स के बीच 6.22 Km का प्रायोरिटी कॉरिडोर है। इस कॉरिडोर में 8 स्टेशन हैं।
  •     सुभाष नगर डिपो से करोंद तक के रूट में कुल 2 फेज में काम होगा। कुल 8.77 Km में से 5.38 Km हिस्से में 6 एलिवेटेड मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें 650 करोड़ रुपए खर्च होंगे। पुल बोगदा, ऐशबाग, सिंधी कॉलोनी, डीआईजी बंगला, कृषि उपज मंडी और करोंद में यह स्टेशन बनेंगे।
  •     इसी रूट पर 3.39 किलोमीटर रूट अंडरग्राउंड होगा। इसमें 2 मेट्रो स्टेशन भोपाल रेलवे स्टेशन व नादरा बस स्टैंड भी रहेंगे। सुरंगें सिंधी कॉलोनी, ऐशबाग क्रॉसिंग से होती हुई भोपाल स्टेशन और नादरा बस स्टैंड को स्टेशनों के माध्यम से जोड़ेगी।

अभी यह काम भी चल रहा
भोपाल में मेट्रो के लिए 103 मीटर लंबे दो स्टील ब्रिज बनाए जा रहे हैं। डीआरएम ऑफिस में पहले 48 मीटर लंबे ब्रिज का काम पिछले तीन महीने से चल रहा है। इधर, 65 मीटर लंबा दूसरा ब्रिज रेलवे ट्रैक के ऊपर से गुजरेगा। इसके लिए रेलवे से अप्रूवल मिलने का इंतजार है। राजस्थान के अलवर में ब्रिज बने हैं। ये दिल्ली मेट्रो जैसे ही डिजाइन किए गए हैं।

अब तक 5 मेट्रो आई
गुजरात के सांवली (बड़ोदरा) से भोपाल में कुल 5 मेट्रो आ चुकी है। एक मेट्रो अक्टूबर में आई थी। वहीं, फरवरी में दो ट्रेन आई थीं। मार्च में भी 2 मेट्रो भोपाल पहुंची। 6 बड़े ट्रॉलों में सभी कुल 15 कोच लाए गए थे। इसके बाद इनकी मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल के अलावा सॉफ्टवेयर टेस्टिंग भी शुरू कर दी गई थी। 50 से अधिक इंजीनियर्स, सुपरवाइजर इस काम में जुटे रहे। इसके बाद इन्हें डिपो के ट्रैक पर ही दौड़ाया जा रहा है। हर दूसरे दिन ट्रैक पर ट्रेस्टिंग की जा रही है।