CRIME : डेटिंग APP पर अश्लील चैट के साथ हुआ "प्यार का इजहार" फिर युवती द्वारा ब्लैकमेलिंग का काम शुरू
May 28, 2020, 21:52 IST
ग्वालियर। ग्वालियर में डेटिंग एप के जरिये छात्र को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है। डेटिंग एप 'मेरी' पर युवती ने छात्र से दोस्ती की। उससे प्यार का इजहार कर अश्लील चैट के लिए आमंत्रित किया। दोनों ने अश्लील चैट की। इसके बाद चैट के सारे वीडियो और फोटो छात्र के व्हाट्सएप पर पोस्ट कर उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
जब ब्लैकमेलिंग बढ़ी तो छात्र ने सायबर सेल में शिकायत की। लक्ष्मीगंज निवासी 18 वर्षीय युवक बीकॉम फर्स्ट ईयर का छात्र है। करीब 20 दिन पहले उसने डेटिंग एप 'मेरी' डाउनलोड किया। यह एप फ्री था। एप पर छात्र को आसपास की लोकेशन की कुछ लड़कियों, महिलाओं की जानकारी (च्वाइस) दी गई।
इस पर एक युवती से छात्र की बात शुरू हुई। युवती ने खुद को ग्वालियर का ही बताया और चैटिंग शुरू की। तीन दिन बाद ही प्यार का इजहार कर दिया। अपने फोटो छात्र को भेजे। छात्र ने भी अपने फोटो उसे भेजे। करीब 15 दिन पहले युवती ने छात्र को न्यूड चैट का ऑफर दिया। छात्र तैयार हो गया।
पहले युवती ने लाइव न्यूड चैट शुरू की। फिर छात्र को भी ऐसा ही करने को कहा। जब छात्र ने ऐसा किया तो उसका पूरा वीडियो रिकॉर्ड कर लिया गया। अगले दिन पूरा वीडियो छात्र के व्हाट्सएप पर पोस्ट किया गया। साथ ही छात्र को धमकाया गया कि उसने 20 हजार रुपये नहीं दिए तो सोशल मीडिया, फेसबुक सहित अन्य सभी जगह यह वीडियो वायरल कर दिया जाएगा।
यह देख छात्र के होश उड़ गए। वह गिड़गिड़ाने लगा और बोला कि मैं छात्र हूं, 1 हजार या 2 हजार रुपये से ज्यादा नहीं रहते हैं। इस पर 2-2 हजार रुपये कर उनके खाते में डालने के लिए कहा। एक पेटीएम नंबर भी दिया। एक बार छात्र ने रुपये डाल भी दिए, लेकिन उसके 2 दिन बाद फिर रुपयों की मांग की गई। इस बार छात्र ने हिम्मत दिखाई और सायबर सेल में शिकायत की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नाइजीरियन गैंग करती है ब्लैकमेल
सायबर पुलिस के एक्सपर्ट के मुताबिक, इस तरह लोगों को ब्लैकमेल नाइजीरियन गैंग (गिरोह) करती है। यह गैंग इसी तरह डेटिंग एप के माध्यम से लोगों को जाल में फंसाकर ब्लैकमेल कर लाखों रुपये हड़पती है। इस तरह के मामले दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में आम हैं। अब ग्वालियर में भी इस तरह के केस काफी सामने आ रहे हैं। लोग बदनामी के डर से पुलिस तक नहीं पहुंचते हैं।