MP : जबलपुर की बेटी IIT की छात्रा दामिनी ने बनाया ये कमाल का APP : रोजमर्रा की सभी चीजें उपलब्ध, 17 हजार लोग कर चुके हैं download
खडगपुर से आईआईटी की पढ़ाई करने वाली जबलपुर की बेटी ने कमाल का ऐप बनाया है। कोविड के संकट काल में जब वह घर की चारदिवारी में कैद थी, तब ये आइडिया आया। ‘बडिन ऐप' ऐसा प्लेटफार्म है, जहां आप ट्यूटर से लेकर पलम्बर तक की सेवा चुटकी में पा सकते हैं। रेंट पर रूम लेने-देने से लेकर घर बैठे अपने हाथों के स्वाद भरे जादू से कमाई का नया अवसर खोज सकते हैं।
तमरहाई चौक निवासी दामिनी अग्रवाल ने धनबाद से आईआईटी की पढ़ाई की है। इसके अलावा उन्होंने कई और कोर्स और डिग्री भी हासिल की है। कोविड के समय वह भी घर आ गई थी। उस समय रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़ी परेशानी महसूस हुई। जब चारों ओर सब कुछ बंद था, तब भी लोग एक-दूसरे की मदद कर पाएं, ऐसी सोच ने बडिन ऐप बनाने की प्रेरणा दी।
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बडिन एप का इस तरह है उपयोग
इस ऐप से टिफिन सेंटर चलाने वाली घर की महिला, कुकिंग, शिक्षक, स्पोर्ट्स शिक्षक, सिलाई-बुनाई का प्रशिक्षक, माली, बढ़ई, पलम्बर, इलेक्ट्रीशियन, मैकेनिक, कार ट्रेनर, गैस चूल्हा रिपेयर, पेंटर, ब्यूटीशियन, हेयर ड्रेसर, रूम रेंट, बाइक रिपेयर, पार्किंग स्पॉट आदि कई तरह की कोई भी सेवा इस पर रजिस्टर्ड कर सकते हैं।
बडिन ऐप का इस तरह करता है काम
बडिन ऐप पर कोई भी सर्विस प्रोवाइडर अपनी सेवा का रजिस्ट्रेशन कर सकता है। वहीं जिसे सेवा चाहिए, वह उस सर्विस प्रोवाइडर से संपर्क कर सकता है। जैसे आपके पास वाहन पार्क करने की खाली जगह है, तो उससे भी आप कमाई कर सकते हैं। बस इस ऐप पर इसके बारे में रजिस्टर्ड करना होगा। इस ऐप के माध्यम से अपने घर के नजदीक वाले व्यक्ति की सेवा ली जा सकती है। अपने बिजनेस को बढ़ा सकते हैं।
17 हजार लोग कर चुके हैं ऐप डाउनलोड
बडिन ऐप को 17 हजार लोग डाउनलोड कर चुके हैं। अब तक 600 पिनकोड वाले शहराें में इसकी सेवा लोग उठा रहे हैं। इस ऐप को तैयार करने वाली दामिनी बताती हैं कि लिख-पढ़ न पाने वाले भी इस ऐप का फायदा उठा सकते हैं। बस वह अपने हुनर का वीडियो बनाए और इस पर डाउनलोड कर दें। आप जीप-कार बुकिंग करना चाहते हैं तो इस ऐप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इस ऐप में एजुकेशन, स्कील एंड प्रोफेशनल, सर्विस प्रोवाइडर, कार-बाइक पुलिंग और रेंट, पार्किंग, लॉजिस्टिक, आदि 10 विकल्पों में अपना रजिस्ट्रेशन करना होता है।
यह सुपर प्लेटफार्म है
दामिनी के मुताबिक यह सुपर प्लेटफार्म है। इसमें प्रोवाइडर या सीकर दो विकल्प मिलता है। प्रोवाइडर में जाइए इसमें ऐसे लोग होते हैं जो सुविधा उपलब्ध कराता है। वहीं सीकर सेवा लेने वाले होते हैं। इसमें जाकर देख सकते हैं कि कितने लोग सेवा का लाभ उठा रहे हैं। आम लोगों की जिंदगी इससे आसान बन सकती है। यह पूरी तरह से नि:शुल्क सेवा है। जबलपुर इन्क्यूबेशन सेंटर में दामिनी अपने इस स्टार्टअप को आगे बढ़ा रही है। इन्क्यूबेशन सेंटर के मैनेजर अग्रांशु द्विवेदी के मुताबिक इस ऐप के माध्यम से घर बैठे जिंदगी को आसान बना सकते हैं।