MP : जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर में प्रस्तावित ITI College Building Construction में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा
रीवा.नेशनल प्रोजेक्ट के तहत एमपी के चार शहरों में प्रस्तावित ITI College Building Construction में बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इसे लेकर प्रदेश ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय स्तर तक के जिम्मेदारों की धड़कने तेज हो गई हैं। इस फर्जीवाड़े का पता चलते ही भारत सरकार के नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन के एमपी के जोनल मैनेजर एमए मंसूरी की शिकायत पर केस दर्ज कर पड़ताल तेज कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि एमपी के चार प्रमुख शहरों रीवा, जबलपुर, शहडोल और सागर में आईआईटी कॉलेज बिल्डिंग का निर्माण होना था। इसके लिए नागपुर की एक कंपनी का ठेका मंजूर भी हो गया था। अब बताया जा रहा है कि कंपनी ने घर बैठे ही बैंक गारंटी के फर्जी कागजात बनाकर 113 करोड़ रुपए का ठेका हासिल कर लिया।
नेशनल प्रोजेक्ट कंस्ट्रक्शन के एमपी के जोनल मैनेजर एमए मंसूरी बताते हैं कि 2018 में नागपुर की त्रिरूपति कंस्ट्रक्शन कंपनी को आईटीआई कॉलेज के भवन बनाने का ठेका दिया गया था। रीवा, जबलपुर, सागर और शहडोल में कॉलेज के भवन के लिए 113 करोड़ रुपए मंजूर हुए थे। इसके लिए कंपनी संचालक ने 10 करोड़ रुपए की बैंक गारंटी रखी थी। उसने काम भी शुरू कर दिया, लेकिन तीन साल तक किसी का बैंक गारंटी के कागजातों पर ध्यान नहीं गया।
मंजूरी बताते हैं कि इस संबंध में शिकायत मिलने पर संबंधित कागजात के बारे में बैंकों से पता लगवाया गया तो पता चला कि उनके यहां से इस तरह के कागजात जारी ही नहीं किए गए। इसके बाद मंसूरी ने क्राइम ब्रांच को गुरुवार देर रात शिकायत की। क्राइम ब्रांच ने जांच के बाद विनीत सुभाष शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया है।
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जानकारी अनुसार क्राइम ब्रांच जल्द ही बैंक गारंटी वाले कागजात को लेकर संबंधित बैंकों को पत्र लिखकर जानकारी लेगी। जांच में यह भी शामिल किया जाएगा कि उसने यह कागजात कैसे हासिल किए। इसके साथ ही ठेके देने की प्रक्रिया और बैंक गारंटी संबंधी कागजात की जांच की प्रक्रिया का पता लगाया जाएगाए ताकि इस तरह के फर्जीवाड़े का खुलासा हो सके।