REWA : रीवा सहित प्रदेशभर में जानवरों के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारी
रीवा. पालतू जानवरों को उपचार के लिए अस्पताल तक ले जाने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब इस समस्या का समाधान जल्द ही होगा। सरकार ने रीवा सहित प्रदेशभर में जानवरों के लिए एंबुलेंस सेवा शुरू करने की तैयारी की है। इंसानों को जिस तरह से 108 नंबर डायल करने पर एंबुलेंस की सुविधा दी जाती है, उसी तर्ज पर जानवरों के लिए एंबुलेंस सेवा प्रारंभ करने की तैयारी की जा रही है।
टोल फ्री नंबर जारी होगा
जानवरों के स्वास्थ्य सुविधा के लिए शुरू किए जाने वाले एंबुलेंस सेवा के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। जिसमें 108 की तरह फोन करने पर संबंधित स्थान पर कुछ समय के भीतर एंबुलेंस पहुंचेगी। रीवा जिले में कितनी संख्या में एंबुलेंस मिलेंगी अभी इसका निर्धारण नहीं हुआ है लेकिन अधिकारियों की मानें तो शहरी क्षेत्र में एक एंबुलेंस के साथ ही हर ब्लाक के हिसाब से एक-एक एंबुलेंस उपलब्ध कराई जाएगी। जिसके चलते करीब दर्जन भर की संख्या में रीवा को एंबुलेंस मिलने की उम्मीद है।
अस्पताल पहुंचने के पहले भी मिलेगा इलाज
नई एंबुलेंस सेवा में कई ऐसी सुविधाएं मिलेंगी जिससे जानवरों को अस्पताल तक नहीं ले जाना पड़े। मौके पर ही इलाज किया जाएगा। जिसमें प्रमुख रूप से प्राथमिक उपचार, माइनर सर्जरी, ब्लड, गोबर, मूत्र, दूध आदि की जांच, पेट में बच्चा फंसने पर निकालने, डिलेवरी, वैक्सीनेशन, सीमन परीक्षण, कृत्रिम गर्भाधान आदि की सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
एंबुलेंस में प्राथमिक उपचार की होगी व्यवस्था
जानवरों के लिए शुरू होने वाली एंबुलेंस हाईटेक तरीके से बनाई जाएगी। इसमें प्राथमिक उपचार करने की व्यवस्था होगी। 108 एंबुलेंस की तरह ही इसमें भी प्रशिक्षित कर्मचारी रहेंगे जो तत्काल प्राथमिक उपचार देकर राहत पहुंचाने का काम करेंगे। इसमें घायल जानवरों को प्राथमिक उपचार के साथ ही डिलेवरी जैसी स्थिति में भी यदि अस्पताल ले जाने से पहले मदद की जा सकती है तो उसका भी इंतजाम रहेगा। इसमें ऐसे कर्मचारी रहेंगे जो जरूरत पड़ने पर छोटे ऑपरेशन भी मौके पर ही कर देंगे।
पशुपालन विभाग के मुख्यालय ने जिले से योजना प्रारंभ करने को लेकर अधिकारियों से चर्चा की है और कई जानकारियां भी मांगी गई हैं। अधिकांश ऐसी घटनाएं होती हैं जब जानवर के बीमार होने या फिर दुर्घटनाग्रस्त होने की स्थिति में समय पर उपचार नहीं मिलने से उनकी मौतें हो जाती हैं। पालतू जानवरों की स्थिति में लोगों को नुकसान भी उठाना पड़ता है। इसलिए सरकार ने विशेष परिस्थतियों में तत्काल अस्पताल तक पहुंचाने की सुविधा शुरूकरने की तैयारी की है। इस सेवा का रीवा जिले में 12 लाख से अधिक चिह्नित जानवरों के साथ ही आवारा मवेशियों, कुत्तों एवं अन्य जानवरों को इसका लाभ मिले मिलेगा।