REWA : बाहुबली संजय त्रिपाठी के अधूरे अवैध कॉम्प्लेक्स को निगम ने किया जमींदोज : अबतक 7 आरोपी गिरफ्तार, एक फरार
रीवा राज निवास (सर्किट हाउस) रेप कांड में मुख्य आरोपी महंत सीताराम दास उर्फ समर्थ त्रिपाठी का सहयोग देने वाले बाहुबली संजय त्रिपाठी का अवैध कॉम्प्लेक्स जमींदोज कर दिया गया है। नगर निगम द्वारा 19 दिन पहले शॉपिंग मॉल को गिराने की कार्रवाई की गई थी। लेकिन एक तरफ मंदिर, दूसरी तरफ कॉम्प्लेक्स, तीसरी तरफ मुख्य मार्ग और चौथी ओर आम रास्ता होने के कारण बिल्डिंग गिराने के कार्य रोकना पड़ा था।
जिसके बाद रीवा नगर निगम के इंजीनियरों ने महानगरों से संपर्क कर 15 दिनों तक शॉपिंग मॉल को तोड़ने के जुगत खोजते रहे। अंत में फाइनल हुआ कि ड्रिल मशीन से पहले छत को तोड़ा जाए। इसके बाद बिल्डिंग गिराई जाए। ऐसे में एक सप्ताह से ड्रिल मशीन द्वारा छत की सरिया काटी जा रही थी। शुक्रवार की शाम चारों मंजिल के छतों की सरिया कटने के बाद पोकलेन मशीन की मदद से 25 बाई 25 फीट के निर्माण को ढहा दिया है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 28 मार्च की रात आरोपी महंत सीताराम दास सर्किट हाउस के एनेक्सी भवन रूम नंबर-4 में ठहरा हुआ था। इस दौरान हिस्ट्रीशीटर बदमाश विनोद पाण्डेय लड़की को वहां लेकर गया। किशोरी को यह कहा गया था कि महंत उसके बिगड़े काम बना देगा। झांसे में आकर लड़की राज निवास पहुंच गई। जहां महंत ने शराब पिलाने के बाद लड़की से रेप किया। आरोपियों के चंगुल से छूटकर लड़की रात में थाने पहुंची। जहां 29 मार्च पिता के आने के बाद सिविल थाने में FIR दर्ज हुई।
रोजाना बंद होती थी रोड और लाइट
बता दें कि संजय त्रिपाठी का निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स मुख्य मार्ग और रेलवे ओवर ब्रिज से लगा हुआ है। साथ ही उपर से हाईटेंशन लाइन गुजरती है। ऐसे में जिला प्रशासन द्वारा रेलवे मोड से पडरा शराब दुकान तक वन वे ट्रैफिक कर दिया जाता था। साथ ही पडरा के आसपास के कई मोहल्लों की लाइट बंद है। वहीं एक सप्ताह से कुछ मोहल्लों की लाइट दूसरे फिडर से जोड़कर व्यवस्था बनाई जा रही थी।
7 आरोपी गिरफ्तार, अब एक आरोपी फरार
रीवा राजनिवास दुष्कर्म कांड में अब तक 7 गिरफ्तारियां हो चुकी है। जिसमे महंत सीताराम दास, विनोद पाण्डेय, संजय त्रिपाठी, अंशुल मिश्रा, तौफीक अंसारी, पप्पू शुक्ला सहित मोनू मिश्रा का नाम शामिल है। जबकि एक आरोपी धीरेन्द्र मिश्रा अभी भी फरार है। सूत्रों का दावा है कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीमें लगी है। साथ ही परिवार पर पुलिस लगातार दबाव बना रही है।