Corona Alert : फिर डराने लगा कोरोना वायरस : रोजाना 100 से ज़्यादा मामले आ रहे सामने

 

COVID 19:कोरोना केस एक बार दोबारा से डराने लगे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, कोरोना के एक्टिव केस की संख्‍या 1013 हो गई है. रोजाना 100 से ज़्यादा मामले सामने आ रहे हैं. वहीं कोरोना से मरने वाले मरीजों की संख्‍या 5,33,307 है.

वहीं एक स्‍टडी में सामने आया है क‍ि कोरोना वायरस संक्रमित के फेफड़ों में करीब दो साल रह सकता है. यह दावा एक चिकित्सा अध्ययन में सामने आया है, जो नेचर इम्यूनोलॉजी जर्नल ने प्रकाशित किया है. अध्ययन के अनुसार, कोविड-19 का कारण बनने वाला वायरस सार्स सीओवी-2 कुछ व्यक्तियों के फेफड़ों में संक्रमण के बाद 18 से 24 महीने तक रह सकता है.

आपको बता दें क‍ि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में रविवार को 166 नए सीओवीआईडी ​​-19 मामले दर्ज किए गए, जिनमें कुल सक्रिय मामले 895 हैं. सबसे ज्यादा नए मामले केरल में सामने आए. एएनआई के अनुसार, हालिया दैनिक औसत लगभग 100 मामले हैं, जो संभावित रूप से सर्दियों के मौसम से जुड़े हैं, जब इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियाँ बढ़ जाती हैं. इस वर्ष जुलाई में COVID-19 की शुरुआत के बाद से सबसे कम एक दिवसीय मामले की संख्या 24 थी.

भारत में कुल मिलाकर COVID-19 की संख्या 4.44 करोड़ है, जिसमें मरने वालों की संख्या 5,33,306 है, जिसके परिणामस्वरूप मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. देश ने COVID-19 टीकों की 220.67 करोड़ खुराकें दी हैं, जो टीकाकरण अभियान में पर्याप्त प्रगति का संकेत देता है.

स्वास्थ्य अधिकारी वायरस के प्रसार को नियंत्रित करने में टीकाकरण के महत्व पर जोर देते रहे हैं. हाल ही में मामलों में बढ़ोतरी के बावजूद, अधिकारी जनता को आश्वस्त करते हैं कि स्थिति नियंत्रण में है. संक्रमण में संभावित वृद्धि को रोकने के लिए एक मजबूत टीकाकरण अभियान और सुरक्षा प्रोटोकॉल के पालन का संयोजन महत्वपूर्ण माना जाता है.

जैसे-जैसे सर्दी बढ़ती है, स्वास्थ्य अधिकारी नागरिकों से सतर्क रहने, अच्छी स्वच्छता प्रथाओं को बनाए रखने और व्यक्तिगत और सामुदायिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए टीकाकरण कराने का आग्रह करते हैं. सरकार सार्वजनिक स्वास्थ्य और आर्थिक गतिविधियों के बीच संतुलन बनाने का प्रयास करते हुए COVID-19 स्थिति में बदलाव की निगरानी और प्रतिक्रिया देने के लिए प्रतिबद्ध है.