Rewa में गढ़ थाना प्रभारी पर नाबालिग के साथ रेप करने का आरोप : माँ बोली TI सहित अन्य साथी भी रहा मौजूद, थाना प्रभारी ने बताया साजिश

 

रीवा में थाना प्रभारी पर नाबालिग के साथ रेप करने का आरोप लगा है। महिला ने मंगलवार शाम एसपी कार्यालय पहुंचकर एसपी को शिकायती आवेदन दिया है। मामले को लेकर मंगलवार देर रात पुलिस का बयान सामने आया है। जानकारी के मुताबिक गढ़ थाने में पदस्थ टीआई विकास कपीस का तबादला डेढ़ माह पहले ही शहर के समान थाने में किया गया है।

मंगलवार शाम के समय महिला के एसपी कार्यालय पहुंचने के बाद मामला सुर्खियों में आया। देर रात पुलिस और टीआई ने अपना पक्ष रखा। वहीं देर रात एसपी ने जांच टीम गठित कर दी। महिला ने थाना प्रभारी पर अपनी 15 साल की बेटी के साथ रेप का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

महिला ने आरोप लगाए हैं कि थाना प्रभारी तलाशी लेने के बहाने घर में जबरन घुस गए। जिसके बाद 15 वर्षीय बेटी को बंधक बनाकर एक अन्य साथी के साथ मिलकर रेप किया। उधर टीआई ने लगाए जा रहे आरोपों को साजिश बताया है। पुलिस के मुताबिक आरोप लगाने वाले उन्हीं आरोपियों के परिवार से हैं, जिन्होंने पुलिस के साथ हाथापाई की थी। जिनके खिलाफ पहले से कई मामले दर्ज हैं।

क्या कहना है महिला का?
महिला ने एसपी से बताया कि 12 जुलाई 2024 को बिना किसी कारण के घर के सभी लोगों को 6:30 शाम गिरफ्तार कर थाने में बंद कर दिया गया। लगभग 11 से 12:00 के बीच में बच्चों को कमरे में सुलाने के बाद जेठानी के साथ बैठकर बात कर रहे थे।
बिना कारण पुलिस वाले घर वालों को क्यों गिरफ्तार किया गया, इस पर चर्चा कर रहे थे। तभी दरवाजा खटखटाने की आवाज आई। दरवाजा खटखटाना की आवाज सुनकर जब मैं जब दरवाजा खोली तो बाहर विकास कपीश थाना गढ़, ओम प्रकाश सिंह(32), ब्रजवासी कुशवाहा(32), महेंद्र सिंह, गंगा सिंह थाना गढ़, शिव प्रसाद रावत थाना गढ़, धर्मेंद्र द्विवेदी थाना गढ़ और दो अन्य पुलिस वालों के साथ खड़े हुए थे।

महिला ने कहा- मैंने उनसे कहा कि हमारे सभी घर वालों को पकड़ ले गए हैं। अब किस लिए घर आए हैं। थाना प्रभारी विकास कपीश बोले कि हमें सूचना मिली है कि तुम्हारा पति और जेठ महेश साकेत घर में गोला बारूद रखा हुआ है। मैंने विरोध किया कि घर में कोई गोला बारूद नहीं रखा है। क्या आपके पास तलाशी वारंट है? अगर तलाशी वारंट नहीं है तो आप तलाशी नहीं ले सकते। इतने में विकास कपीस और ओम प्रकाश सिंह अंदर कमरे में घुस गए। जहां हमारे बच्चे सो रहे थे। दोनों ने कमरे के अंदर घुसकर मेरी 15 साल की बच्ची  को दबोच लिया। मेरी बेटी जोर से चिल्लाई और बोली की मम्मी मुझे बचा लो।

'पुलिस वालों ने बंदूक तानी, धमकी दी'
बाहर खड़े पुलिस वाले हमारे ऊपर बंदूक तानकर बोले कि चुपचाप बाहर ही खड़े रहो। साहब जो कर रहे हैं करने दो। नहीं तो तुम सब को अभी गोली भारी पड़ेगी। तुम्हारे पति और जेठ को गोली मार देंगे और लाश तक नहीं मिलेंगी। हम लोग डर के मारे बाहर ही खड़े रहे। दोनों लोगों ने बारी-बारी से बेटी के साथ रेप किया।

'रिपोर्ट करने की कोशिश की तो जान से मार देंगे'
आधे घंटे बाद दोनों कमरे से बाहर निकले। बाहर निकलने पर धमकाते हुए बोले अगर किसी को भी इसकी जानकारी दी या रिपोर्ट करने की कोशिश की तो जान से मार देंगे। बंदूक लहराते हुए सभी पुलिस वाले ओम प्रकाश सिंह, बृजवासी कुशवाहा और महेंद्र सिंह हमारे घर से निकल गए।
अंदर जाकर देखा तो बेटी निर्वस्त्र भीतर पड़ी थी। पुलिस वालों की धमकी से हम लोग इतना डर गए थे। जिस कारण आज तक ना किसी को बता पाए। ना ही रिपोर्ट दर्ज कराई। हमें पता भी नहीं था कि थानेदार की रिपोर्ट कहां दर्ज कराई जाती है।

टीआई बोले- मेरे खिलाफ साजिश है
मामले में टीआई का कहना है कि, यह 12 जून की घटना है। उस वक्त मैं थाना गढ़ में पदस्थ हुआ करता था। 2023 और 24 के दो ऐसे मामले थाने में दर्ज थे। जिसमें आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी है। गढ़ थाना की पुलिस टीम टिकुरी गांव में गई थी। जहां आरोपियों की गिरफ्तारी होना बाकी थी। जब पुलिस टीम आरोपियों को गिरफ्तार कर ला रही थी। उसी समय महेश साकेत और अन्य गिरफ्तार आरोपी को छुड़ाने की कोशिश करने लगे।

मुझे पुलिस टीम ने तत्काल इस बात की सूचना दी। पुलिस टीम ने सूचना दी कि महेश साकेत हथियार बंद होकर अपने साथियों के साथ आरोपी को छुड़ाने के लिए पहुंचा है। जिसने गुंडागर्दी करते हुए पकड़े गए आरोपी को दोबारा फरार करवा दिया है। मैंने तत्काल थाना मनगंवा और थाना गंगेव में भी सूचना दी।

तीन थानों की टीम पहुंची, वर्दी तक फाड़ी गई
महेश साकेत अपने अन्य साथी छोटेलाल साकेत और विमलेश साकेत और सूर्यभान जायसवाल के साथ गुंडागर्दी करता हुआ मिला। तीन थानों के टीम के एक साथ पहुंचने का बाद भी पुलिस के साथ हाथापाई की गई। पुलिस की वर्दी तक फाड़ी गई। हमने मौके से सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपियों के खिलाफ 307,आर्म्स एक्ट, पुलिस पर हमला, शासकीय कार्य में बाधा डालने की धारा के तहत मामला दर्ज किया। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया।

छोटेलाल साकेत पर पहले से 5 मामले दर्ज हैं। सूर्यभान जायसवाल पर 4 मामले दर्ज हैं। इसके अलावा महेश साकेत पर 8 मामले दर्ज हैं। इतने आपराधिक रिकॉर्ड होने के बाद भी इस तरह का काम उनके द्वारा किया गया। हाईकोर्ट और जिला कोर्ट ने आपराधिक रिकॉर्ड को देखते हुए जमानत नहीं दी। ये आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। जो खुद को बचाने के लिए और मामले को प्रभावित और गुमराह करने के लिए इस तरह की शिकायत की जाती है।

एसपी बोले- मामले की विवेचना जारी
पूरे मामले में एसपी विवेक सिंह का कहना है कि एक महिला ने टीआई और अन्य पर नाबालिग के साथ रेप का आरोप लगाया है। एक शिकायती आवेदन दिया है। जब मामले को देखा गया तो निकलकर सामने आया कि इस दिन गढ़ थाने की टीम कुछ आरोपियों को पकड़ने गई थी। जहां आरोपियों ने टीआई और पुलिस टीम के साथ मारपीट की थी।
एसपी कार्यालय में जो महिला शिकायत लेकर पहुंची है। वो आरोपी पक्ष से है। संभवतः पुलिस पर दबाव डालने के लिए ऐसा कर रहे हैं। इसलिए अगर शिकायत गलत पाई गई तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल शिकायत पर विवेचना जारी है।

बुधवार को बसपा प्रतिनिधिमंडल एसपी से करेगा मुलाकात
उधर पूरे मामले को लेकर बसपा लामबंद हो गई है। बसपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि मामले में हम धरना प्रदर्शन और आंदोलन करेंगे। हम बुधवार को इस मामले को लेकर एसपी से मुलाकात करने वाले हैं। जिसके बाद अगर जल्द से जल्द सही जांच नहीं की गई तो हम उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगे। अभी बातचीत से कार्रवाई करवाने की कोशिश करेंगे। टीम गठित कर मामले की जांच कराएंगे।