Jagannath Mandir Ratna Bhandar : 46 साल में पहली बार खोला गया जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार,आखिरी बार 1978 में खुला था

 

भुवनेश्वर। पुरी स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार खुल दिया गया है। यह 46 साल में पहली बार है, जब रत्नभंडार को खोला गया है। राज्‍य सरकार ने इसको लेकर शनिवार को मंदिर प्रशासन को एक पत्र लिखा था, जिसमें रत्न भंडार खोलने की सूचना दी गई थी। शुभ मुहूर्त देखकर रत्‍न भंडार खोला गया है। साथ ही इससे पूर्व महाप्रभु, महालक्ष्मी, बाबा लोकनाथ और मां विमला का आशीर्वाद लिया गया।

मंदिर का किया था दौरा
प्रशासन रत्न भंडार खोलने की तैयारी में जुटा हुआ है। शनिवार को मुख्य सचिव मनोज आहूजा और मुख्य प्रशासक अरविंद पाढ़ी ने रत्नभंडार निरीक्षण किया था। इस दौरान रत्नभंडार निरीक्षण समिति के अध्यक्ष सहित अन्य सदस्य भी मौजूद थे। रत्न भंडार खोले जाने के दौरान भंडार मेकाप, देउलकरन, तड़ौकरन, प्रतिहारी मौजूद हैं। इसके साथ ही विशेषज्ञों की टीम भी मौके पर उपस्थित है। यह सभी कार्य मंदिर के मुख्य प्रशासक की देखरेख में किए जाएंगे।

कहा रखें जाएंगे आभूषण
रत्नभंडार से आभूषण निकालने के बाद उन्हें ठाकुर के घर में रखा जाएगा। प्रशासन ने यहां स्‍ट्रांग रूम बताया है। आभूषणों को गिनने और मरम्मत तक उन्हें यहीं रखा जाएगा।

आखिरी बार कब खुला था ताला
रत्नभंडार का ताला आखिरी बार 1978 में खोला गया था। तब आभूषणों की गणना 72 दिनों में हुई थी। हालांकि आधुनिक तकनीक की मदद से इस बार जल्द गणना पूरी होने की उम्मीद है। वहीं, रत्नभंडार में सांपों की उपस्थिति को देखते हुए स्नेक हेल्पलाइन और मेडिकल टीम भी मौजूद रहेगी।