Ladli Behna Yojana : रीवा शहर से 10 अगस्त को तीसरी किस्त लाड़ली बहनों के खाते में डालेंगे तीसरी किस्त
मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की अगली किस्त 10 अगस्त को खाते में डाली जाएगी। यह तीसरी किस्त है जो सिंगल क्लिक के जरिए खातों में ऑनलाइन ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना के रुपए खातों में ट्रांसफर करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार 10 अगस्त को रीवा में रहेंगे। गौरतलब है कि विंध्य क्षेत्र में 31 विधानसभा सीटें और चार लोकसभा सीटे हैं। जिन पर दोनों ही बड़े दलों की नजरें लगी हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान गुरुवार 10 अगस्त को लाडली बहना योजना की अगली किस्त खातों में डालेंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिहं चौहान रीवा में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे और बहनों से संवाद भी करेंगे। मुख्यमंत्री ने ट्वीट के जरिए कहा है कि मेरी आप सभी से अपील है कि अपने-अपने गांव, शहर और वार्ड में अपने भाई को सुनने इस कार्यक्रम में जरूर आना। मुख्यमंत्री ने वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि 10 अगस्त को मैं रीवा में रहूंगा। एक बजे कार्यक्रम शुरू होगा और दो बजे में बहनों से बात करूंगा।
तीसरी किस्त के लिए तैयारी
इधर, रीवा में इस आयोजन को भव्य रूप देने के लिए प्रशासन तैयारी में जुट गया है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में बहनों को बुलाया जा रहा है। पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं। यह राज्य स्तरीय कार्यक्रम होगा। इस दौरान मुख्यमंत्री जनदर्शन कार्यक्रम भी होगा और मेडिकल कॉलेज के नवनिर्मित छात्रावास भवनों का लोकार्पण भी किया जाएगा।
रोड-शो भी होगा
पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला के मुताबिक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा पहुंचकर विवेकानंद पार्क कॉलेज चौराहे से खुले रथ में सवार होकर जनदर्शन कार्यक्रम में शामिल होंगे। जनदर्शन कार्यक्रम मानस भवन, शिल्पी प्लाजा बाजार, स्वागत भवन से होते हुए अस्पताल चौराहे पर समाप्त होगा। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जिले भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया गया है। वहीं लोगों को घर-घर जाकर आमंत्रण भी दिया जा रहा है।
भाजपा-कांग्रेस की विंध्य पर नजर
पिछले कुछ समय से भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों की विंध्य पर नजर है। यहां 31 सीटें हैं, जिनमें से 4 लोकसभा सीटें भी हैं। इस क्षेत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लगातार दौरे लग रहे हैं, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह भी इस क्षेत्र में आ चुके हैं। जबकि चुनाव से पहले दिग्गज नेताओं के भी दौरे यहां लगने वाले हैं।
यह है गणित
विंध्य क्षेत्र में 31 विधानसभा सीटें हैं और 4 लोकसभा सीटें हैं।
विंध्य कई विधानसभा चुनावों से भाजपा का अभेद्य किला बना हुआ है।
2003, 2008, 2013 और 2018 में भाजपा को यहां कांग्रेस से ज्यादा सीटें मिली।
2018 में जब कांग्रेस सरकार बनी तब भी विंध्य में 6 सीटें ही मिली थीं।
बहुजन समाज पार्टी ने भी कांग्रेस का खेल बिगाड़ा था। इस क्षेत्र में
विन्ध्य प्रदेश : एक नजर
भारत में पहले विन्ध्य प्रदेश अस्तित्व में था। स्वतंत्रता के बाद सेंट्रल इंडिया एजेंसी के पूर्वी भाग की रियासतों को मिलाकार 1948 में इस राज्य का निर्माण किया गया था। मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की कुछ रियासतों को मिलाकर विन्ध्य प्रदेश की रचना की गई थी। इस राज्य की राजधानी रीवा थी। रीवा रियासत में ही बघेलखंड, बुंदेलखंड आदि भी थे। यह दतिया तक था। विन्ध्य प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री पं. शम्भूनाथ शुक्ल थे, जो शहडोल के रहने वाले थे। 1 नवंबर 1956 को सब मिलाकर मध्यप्रदेश बना दिया गया था। वर्तमान में मध्यप्रदेश के रीवा, सतना, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, सिंगरौली, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, दतिया और उमरिया विन्ध्य प्रदेश के ही भाग थे।
यह है योजना के नियम
योजना की पात्र महिला का मध्यप्रदेश का स्थानीय निवासी होना और एक जनवरी की स्थिति में 23 वर्ष पूर्ण करना और 60 वर्ष से कम आयु का होना जरूरी है। विवाहित महिलाओं के अलावा विधवा, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता महिला योजना के लिए पात्र होगी। परिवार की स्व घोषित सालाना आमदनी ढाई लाख से अधिक, सदस्य आयकर दाता, केंद्र और राज्य में नियमित और संविदा कर्मचारी तथा पेंशनर है तो महिला अपात्र होंगी। परिवार में कोई निकायों में निर्वाचित जन प्रतिनिधि, परिवार में पांच एकड़ से अधिक बूमि परिवार के सदस्यों के नाम से पंजीकृत चार पहिया वाहन (ट्रैक्टर सहित) हैं तो वे भी अपात्र होंगी।