Mauganj : दो संप्रदाय के बीच हुए तनाव के बाद अतिक्रमण गिराने का काम शुरू, मनगंवा विधायक का ऐलान- हिंदुस्तान में वहीं रहेगा जो जय श्री राम बोलेगा
मऊगंज में दो संप्रदाय के बीच हुए तनाव के बाद भाजपा विधायक प्रदीप पटेल 5 दिनों से पुलिस की हिरासत में हैं। वहीं रीवा लोकसभा के मनगंवा से एक और भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने ऐलान किया है कि हिंदुस्तान में वहीं रहेगा जो जय श्री राम बोलेगा। उन्होंने कहा कि इस पर अमल किया जाएगा।
अतिक्रमण गिराने का काम शुरू
उधर मऊगंज के देवरा महादेवन गांव में पिछले 6 दिनों से मचे बवाल के बाद अतिक्रमण हटाने प्रशासन की टीम पहुंची है। अतिक्रमण तोड़ दस्ते के साथ बुलडोजर, वज्र वाहन भी मौजूद है। 300 से ज्यादा पुलिसबल मौजूद है। यहां कलेक्टर अजय श्रीवास्तव, एसपी रसना ठाकुर समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है। प्रशासन ने बाउंड्रीवॉल को गिराना शुरू कर दिया है। पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। यहां पहले से बीएनएस की धारा 163 लागू है।
किसी को जाने की अनुमति नहीं
लोगों को गांव के बाहर ही रोक दिया गया है। किसी को भी गांव के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही। यहां तक कि मीडिया को भी कार्रवाई स्थल पर जाने से रोक दिया गया है। सड़क के 500 मीटर दूर तक घेरा बनाया गया है। यहां करीब 5 जेसीबी और 5 से ज्यादा डंपर मौजूद हैं। खाली स्थान पर बनी बाउंड्री और अन्य अवैध निर्माण को तोड़ा जा रहा है। बस्ती में आने-जाने वाले तीनों रास्तों को बंद कर दिया गया है।
मऊगंज में मंदिर की दो एकड़ जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। दो संप्रदायों के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है। विधायक और विधायक समर्थकों के जेसीबी से बाउंड्रीवाल गिराने की कोशिश के दौरान पत्थर बाजी की घटना भी सामने आ चुकी है। इलाके में धारा 163 लगाई गई है, जहां 5 लोगों से अधिक लोग एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकते। मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल 5 दिनों से पुलिस की हिरासत में हैं। ऐसे में मनगवा विधायक ने शुक्रवार रात को बयान देकर ऐलान किया है कि भारत में वहीं रहेगा, जो जय श्री राम कहेगा। उन्होंने कहा कि यह हिंदुओं का देश है। यहां हिन्दू पूरी ताकत के साथ रहेगा।
भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति अब मऊगंज विधायक प्रदीप पटेल के समर्थन में उतर गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन अतिक्रमण नहीं हटाएगा तो जनप्रतिनिधि की जिम्मेदारी बनती है कि वे अतिक्रमण हटाए। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। यह बात उन्होंने शुक्रवार रात को नईगढ़ी रेस्ट हाउस में भाजपा विधायक प्रदीप पटेल से एक घंटे की मुलाकात के बाद कही। अब भाजपा के दो विधायक एक ही राह पर चलते हुए नजर आ रहे हैं। जबकि अन्य विधायक अभी तक इस मामले में चुप्पी बनाए हुए हैं।
8 में से 7 विधायक भाजपा के
रीवा में कुल 8 विधानसभा सीटों में से 7 विधायक भाजपा के हैं। जिसमें से अब तक केवल मनगंवा विधायक नरेंद्र प्रजापति ही मऊगंज विधायक के समर्थन में आए हैं। जबकि सिरमौर विधायक दिव्यराज सिंह, गुढ़ विधायक नागेंद्र सिंह, रीवा विधायक और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल, देवतालाब विधायक गिरीश गौतम, त्योंथर विधायक सिद्धार्थ तिवारी पूरे मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। यहां तक की हमेशा अपने बयानों से चर्चा में रहने वाले सांसद जनार्दन मिश्रा ने भी इस मुद्दे पर अब तक कुछ नहीं बोला हैं।
प्रजापति बोले- मेरी बात हाईकमान तक पहुंचाई जाए
भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने मीडिया से अपील की है कि उनकी बात हाईकमान तक पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि अगर मीडिया चाहेगी तो मेरी बात को हाईकमान तक पहुंचा देगी।विधायक प्रदीप पटेल के समर्थन में उतरे भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि अगर प्रशासन पहले अलर्ट होता तो इस तरह की घटना नहीं होती। उन्होंने कहा- जो भी अनधिकृत अतिक्रमण किया गया है] उसे प्रशासन को हटाना चाहिए। ये भारत है, जिसे हिंदुस्तान कहा जाता है। भारत हिंदुओं का देश है, हिन्दू पूरी ताकत से कानूनी रूप से यहां पर रहने के लिए वैध हैं। सरकारी जमीन पर अतिक्रमण किया गया है। अब मामला सुर्खियों में आया तो प्रशासन भी लगा हुआ है कि उसे जल्दी से जल्दी हटाया जाए। उन्हाेंने सवाल किया कि जब पहले नोटिस दिया जा चुका था, तो आखिर कौन सी वजह से अतिक्रमण नहीं हटाया गया।
विधायक पटेल का आरोप- प्रशासन ने सुरक्षा में बरती लापरवाही
विधायक नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि विधायक प्रदीप पटेल की मांग बिल्कुल जायज है। मैं उनकी मांग और उनकी बात कर समर्थन करता हूं। अगर कहीं शासकीय जमीन पर अतिक्रमण होने के बाद भी प्रशासन उसको नहीं गिरा रहा है, तो जन प्रतिनिधि उसे गिरा दें। मैंने दो-चार ऐसे आदेश देखे हैं, जिसमें यह जिक्र था कि अतिक्रमण को धराशायी कर दिया जाए। लेकिन, अगर प्रशासन ने ऐसा नहीं किया तो इसके लिए पूरी तरह से प्रशासन जिम्मेदार है।
विधायक की ड्यूटी पार्टी की ओर से झारखंड चुनाव में लगाई गई थी। वे जाते समय अधिकारियों को आदेशित कर गए थे। लेकिन, जब उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया। तो वे खुद ही नाराज होकर अतिक्रमण गिराने के लिए अड़ गए। उन्होंने कहा कि प्रशासन को पहले से जानकारी थी कि विधायक पटेल झारखंड से लौटने के बाद सीधा महादेवन मंदिर पहुंचने वाले हैं। जिसकी सूचना उन्होंने पहले ही प्रशासन को दे दी थी। इसके बावजूद भी सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम नहीं किए गए। ये केवल और केवल लापरवाही का नतीजा है।
पांच दिनों से भूख हड़ताल पर विधायक
वहीं मामले को लेकर विधायक विधायक नरेंद्र प्रजापति का कहना है कि जब तक मौके पर जाकर अतिक्रमण को गिरा नहीं देता, तब तक अन्न का एक दाना ग्रहण नहीं करूंगा। मैं यहां से छूटते ही अतिक्रमण हटाने हथौड़ा लेकर जाऊंगा। विधायक का कहना है कि जब तक वे अपनी प्रतिज्ञा पूरी नहीं करेंगे, केवल पानी और जूस ही ग्रहण करेंगे। विधायक की इस कसम ने पुलिस और प्रशासनिक महकमे की चिंता बढ़ा दी है। पुलिस ने मामले में मऊगंज विधायक के खिलाफ बीएनएस की धारा 126,135 और 170 के तहत केस दर्ज किया है।
दीवार गिराने को लेकर ही दोनों पक्ष के बीच विवाद हुआ। शासकीय जमीन पर अतिक्रमण है, यह बात सिद्ध हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन करने के लिए 15 दिनों का समय लिया गया है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जहां पर बात दो समुदाय की होती है, वहां पर सावधानी बरती जाती है।
कमिश्नर बीएस जामोद