REWA : जल जीवन मिशन में कमीशन के खेल पर एक्शन; 25 फीसदी कमीशन की माँग, वॉयरल वीडियो में जिला समन्वयक की समाप्त होगी सेवा
कार्यपालन यंत्री पीएचई ने की अनुशंसा, अधीक्षण यंत्री को भेजा पत्र
REWA NEWS : पीएम की महात्वाकांक्षी योजना कमीशन की भेंट चढ़ाने वाले अधिकारी पर गाज गिरना तय माना जा रहा है। इस संबंध में सेवा समाप्ति के लिए अनुशंसा की जा चुकी है, लगभग सेव समाप्त होना तय माना जा रहा है। यह बड़ा एक्शन घूसखोरी का वीडियो वॉयरल होने के बाद लिया गया है। काम के बदले अधिकारी 25 फीसदी कमीशन मांग रहे थे, इसी कमीशन के लेन देन का वीडियो वायरल हुआ और विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया। बड़ा सवाल उठाया जाने लगा कि ऐसे में नजजल योजना के तहत किए गए कार्यों की गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है। बता दें कि जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत प्रत्येक गांव में लोगों को नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध कराने की योजना है। करोड़ों रुपए का प्रोजेक्ट चल रहा है। रुपए पानी की तरह बहाया गया, लेकिन इसका फायदा लोगों को मिलता नहीं दिख रहा है। इसी बीच इस योजना में नया मामला कमीशन का सामने आया था, जिला समन्वयक एजेंसी संचालक से 25 फीसदी कमीशन मांग रहे थे और इसी कमीशन मांगने का वीडियो भी बनाया गया है, जो सोशल मीडिया में वायरल हो गया तो विभागीय अधिकारी हरकत में आए और अब यह कार्यवाही औपचारिक जांच पूरी करने के बाद की जा रही है।
शराब के साथ तय हो रहा था सौदा
कमीशन खोरी को लेकर वॉयरल हुए वीडियो में शराब के साथ सौदा तय किया जा रहा था जिसमें जिला समन्वयक प्रदीप गुप्ता और आईएसए एजेंसी संचालक विनोद के बीच लेन-देन की बात की जा रही थी एजेंसी जल जीवन मिशन अंर्तगत चयनित गांवों में प्रचार-प्रसार का कार्य संचालित कर रही हैं। एजेंसी ने ग्रामीणों से फीडबैक और भौतिक सत्यापन कराया है। दोनों ही अधिकारियों के बीच कमीशन को लेकर बात चल रही थी साथ ही वीडियो में जाम भी टकराया जा रहा है। इस वीडियो के वॉयरल होने के बाद संबंधित अधिकारी ने जबाव मांगा गया था। लेकिन वह संतोषजनक नहीं रहा जिसके बाद कार्यपालन यंत्री ने सेवा समाप्ति की अनुशंसा की है।
मनमानी टीप मामले में भी कार्यवाही
बता दें कि जिला समन्वयक प्रदीप कुमार गुप्ता के खिलाफ पूर्व में भी शिकायत की गई थी, जिसमें उन पर माप पुस्तिका में अनाधिकृत रूप से मनमानी टीप अंकित जाने की बात बताई गई थी हालांकि मामला बीच में दबा रहा जब वीडियो वॉयरल हुआ तो इस मामले को लेकर भी अधिकारी एक्टिव हो गए। अधीक्षण यंत्री को भेजे गए अनुशंसा पत्र में भी कार्यपालन यंत्री ने कहा है कि जिला समन्वयक को लगातार समझाईश दी गई, लेकिन कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ और कमीशनखोरी करके विभाग की छवि को धूमिल किया जो कि शासकीय सेवा शर्तों के विपरीत होने के कारण अनुबंध की शर्तें 6.10 के अनुसार इनकी संविदा सेवा को समाप्त करने किए जाने की अनुशंसा की जाती है।
वीडियो वॉटारल मामले में जिला समन्वयक से जबाव मांगा गया था लेकिन संतोषजनक उत्तर उनके द्वारा नहीं दिया गया। उनके कृत्य से विभाग की छवि धूमिल हुई है। अधीक्षण यंत्री से संविदा सेवा समाप्त किए जाने की अनुशंसा की गई है।
- शरद सिंह, कार्यपालन यंत्री, पीएचई रीवा