रीवा में गैंगरेप पीड़िता के परिवार सदमे में : कहा- फांसी की सजा होगी, तभी सुकून मिलेगा
21 अक्टूबर को रीवा में पति के साथ पिकनिक मनाने गई नवविवाहिता से बदमाशों ने गैंगरेप किया। उसके सिर पर बोतल फोड़ी और पति को बंधक बना लिया। फिर पति के सामने ही पत्नी के साथ दरिंदगी की थी। वीडियो भी बनाया। हालांकि, पुलिस इस वारदात के सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। लेकिन दरिंदगी का वो खौफनाक मंजर अब भी पीड़ित दंपती की आंखों में है। जिसे याद करके वे आज भी डर जाते हैं। इसी वजह से घर से निकलना तक बंद कर दिया है।
माता-पिता को डर है कि कहीं पीड़ित बहू-बेटा सुसाइड न कर लें, इसलिए वो लगातार उन पर नजर रखते हैं। रात-रातभर जागते हैं। मीडिया ने जब पीड़ित परिवार से बात की तो वे अपना दर्द बयां करते हुए रो पड़े। पिता ने कहा- गैंगरेप की वारदात के बाद बेटा-बहू को सुसाइड की योजना बनाते हुए सुना तो हमारे पैरों तले जमीन खिसक गई।
अब हम पति-पत्नी रात-रात भर जागते हैं। नजर रखते हैं कि कहीं ये कोई गलत कदम न उठा लें। रात में तसल्ली कर लेते हैं कि दोनों सो गए हैं, इसके बाद ही हम सोते हैं। कुछ घंटों की नींद के बाद इनके उठने से पहले ही जग जाते हैं। मैं सोता हूं, तब पत्नी जागती है। जब पत्नी जागती है, तब मैं सोता हूं। वहीं, पीड़िता बोली-
मेरी जिंदगी तबाह हो गई। दरिंदों के चेहरे बार-बार सामने आते हैं, जिससे मैं सहम जाती हूं। चारदीवारी में कैद होकर रह गई हूं। कोशिश के बाद नींद तो आ जाती है, पर वो खौफनाक मंजर बुरा सपना बनकर सामने आ जाता है। मुझे किस कसूर की इतनी बड़ी सजा मिली, यही समझ नहीं आता।
पति के सामने पत्नी से किया था गैंगरेप मामला रीवा जिले के गुढ़ का है। 21 अक्टूबर को पति-पत्नी दोपहर के समय भैरव बाबा मंदिर में दर्शन के लिए गए थे। पति ने बताया कि दर्शन कर बाहर आए तो कुछ दूर मैदान में नशे में धुत आरोपी लिट्टी-चोखा बना रहे थे। हम दोनों बाइक से निकले और कुछ दूर जाकर तालाब किनारे चट्टान पर बैठकर बात करने लगे।
हम इस बात से अनजान थे कि आरोपी हमारा पीछा कर रहे हैं। वे अचानक से आ धमके और हमारे साथ मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने मुझे पकड़ लिया। वो मेरे सामने पत्नी के साथ दुष्कर्म करते रहे। पुलिस ने इस मामले में 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से 5 ने गैंगरेप किया था जबकि 3 ने इसमें उनका सहयोग किया था। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि सभी आरोपी रिश्तेदार और पड़ोसी हैं। उन्होंने नशे में वारदात को अंजाम दिया था।
हालात ये हैं कि लोगों के तानों की वजह से घर से निकलने में भी डर लगने लगा है। पहले काम के अलावा घूमने और लोगों से मुलाकात के लिए भी घर से निकल जाते थे। अब बहुत जरूरी होने पर भी हिम्मत नहीं जुटा पाते हैं। घर से बाहर निकलने के ख्याल से ही डर लगता है कि फिर कोई मिलेगा और हमसे घटना के बारे में पूछेगा। जानबूझकर हमें शर्मिंदगी महसूस करवाएगा या फिर ताने मारेगा।
ससुर बोले-पांच बार सुसाइड का मन बना चुके हैं पीड़िता के ससुर ने बताया कि बेटा और बहू इतने टूट चुके हैं कि उनके मन में आए दिन सुसाइड के ख्याल आ रहे हैं। हमने उन्हें सुसाइड की योजना बनाते हुए सुना तो पैरों तले जमीन खिसक गई। अगर इन दोनों को कुछ हो गया तो बुढ़ापे का सहारा छिन जाएगा। वे चार से पांच बार इस तरह का मन बना चुके हैं।
उन्होंने कहा- मेरा इकलौता बेटा है। हम पति-पत्नी रात-रात भर जागते हैं। अगर हम सो गए और उसी समय इन दोनों ने कोई गलत कदम उठा लिया तो जिंदगीभर इस बात का अफसोस रह जाएगा।
पीड़िता बोली-बस जिंदगी काट रही हूं पीड़िता ने कहा- गैंगरेप के पहले कॉलेज जाती थी ताकि आगे की पढ़ाई पूरी कर सकूं। पढ़ने-लिखने में काफी मन लगता था। गैंगरेप के बाद जीवन जीने का उत्साह पूरी तरह खत्म हो गया है। पहले लक्ष्य था कि जीवन में कुछ हासिल करना है। कुछ बड़ा करके दिखाना है, जिससे परिवार और घर वालों का नाम रोशन हो। अब इन सब चीजों का कोई महत्व नहीं बचा है।
घटना के बाद जो दाग लग गया, उसके सामने अब सब कुछ फीका सा लगता है। अब जीने की इच्छा भी नहीं रह गई। बस किसी तरह जिंदगी काट रही हूं। इतनी बड़ी जिंदगी चारदीवारी के भीतर कैसे कटेगी, कुछ समझ नहीं आता। किसी से मिलने-जुलने का मन नहीं करता। मन उदास रहता है, बस जिंदगी काट रही हूं।