REWA : कोरेक्स के तस्करों ने पुलिस से बचने का खोजा नायाब तरीका,नाबालिक बच्चों के माध्यम से बेची जा रही कोरेक्स एवं गांजा की पुड़िया

 

रीवा। रीवा सहित पूरे विंध्य में नशे के कारोबारियों की इस कदर गहरी हो चुकी है की नशीली दवाओं की तस्करी बेखौफ होकर दिनदहाड़े इस कारोबार को अंजाम दे रहे हैं और पुलिस सब कुछ जानते हुए भी इस कारोबार से आंख मूंदे हुए हैं। रीवा शहर में जिस तरह खुलेआम कबाड़ी मोहल्ले में नशे का कारोबार चलता है ठीक उसी तर्ज पर शहर के सिटी कोतवाली थाना अंतर्गत धोबिया टंकी में नशे के कारोबार को बेखौफ होकर अंजाम दिया जाता है जिसका जीता जागता उदाहरण इस खबर के साथ लगाई गई वीडियो क्लिप है .

दरअसल इस नशे के कारोबार में पुलिस का पूरा संरक्षण प्राप्त है ही वहीं कुछ सोशल मीडिया के तथाकथित पत्रकारों का भी संरक्षण है जो अक्सर पुलिस अधिकारियों एवं थाने के आसपास मंडराते हुए देखे जा सकते हैं,ऐसे पत्रकारों द्वारा नशे के सौदागरों से हफ्ता वसूली की जाती है।

विगत दिनों एक पत्रकार ने जब नशे के तस्करों का भंडाफोड़ करने की कोशिश की गई तो इन तस्करों के द्वारा उक्त पत्रकार के ऊपर हमला किया गया किंतु कुछ पत्रकारों द्वारा सोशल मीडिया में यह खबर प्रकाशित की गई कि उक्त पत्रकार नशे के सौदागरों से वसूली करने गया था जबकि हकीकत यह है कि वारदात के बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर नगर पुलिस अधीक्षक दल-बल के साथ मौके पर भी पहुंची थी किंतु तब तक नशे के तस्कर मौके से फरार हो चुके थे। सूत्रों की मानें तो शहर में जहां भी कोरेक्स गोली गांजे की विक्री खुलेआम होती है वहां से पुलिस को हर माह मोटी रकम नजराने के रूप में पेश की जाती है।

अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब बाड ही खेत खाने लगेगी तो फिर खेत का क्या होगा?
इस पूरे मामले में पुलिस की जानबूझकर अनदेखी कई प्रकार के सवालों को जन्म देती है जिस प्रकार वर्तमान में शहर में पुलिस के संरक्षण में यह कारोबार फल-फूल रहा है वह दिन दूर नहीं जब शहर में जिस तरह ठेले में फल सब्जी एवं चाट फुलकी बिकती है उसी तरह नशे के सौदागरों द्वारा ठेले में खुलेआम रखकर गांजा एवं नशीली गोलियां रेहड़ी लगाकर बेची जाने लगेंगी।