Rewa News : GMH के चिकित्सकों की लापरवाही हुई उजागर, गर्भवती महिला ने शौचालय में बच्ची को दिया जन्म

 

रीवा के संजय गांधी अस्पताल में एक महिला की डिलीवरी वॉशरूम में हुई। महिला ने रात में वॉशरूम में ही बच्ची को जन्म दिया। जिसके बाद आनन-फानन में महिला को अस्पताल के लेबर वार्ड में भर्ती करवाया गया। साक्षी पाल नाम की महिला का कहना है कि बार-बार कहने पर भी मुझे भर्ती नहीं किया गया। जिस वजह से वॉशरूम में मेरी डिलीवरी हो गई। लेकिन जैसे ही डिलीवरी हुई, अस्पताल के कर्मचारी घबरा गए और दौड़कर मौके पर पहुंचे। जिसके बाद तत्काल मुझे वार्ड में भर्ती करवाया गया। पूरी घटना मंगलवार देर रात की है। अस्पताल में भर्ती कुछ अन्य महिलाओं के परिजनों ने भी इलाज में लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

अस्पताल में डिलीवरी के लिए पहुंची एक अन्य महिला के पति नागेंद्र मिश्रा ने बताया कि मैं सीधी से आया हूं। मैं संजय गांधी अस्पताल पहुंचा तो कहा गया कि आप जिला अस्पताल बिछिया चले जाइए। जिला अस्पताल बिछिया गया तो कहा गया कि संजय गांधी हॉस्पिटल चले जाइए। 6 घंटे तक पत्नी को भर्ती करवाने के लिए परेशान होता रहा। यहां की व्यवस्था बहुत खराब है। जब मरीज के परिजन इस कदर तकलीफ झेल रहे हैं। तो मरीज के परिजनों का क्या हाल होगा।

पूरे मामले में अस्पताल प्रबंधन किसी भी तरह की लापरवाही से इंकार कर रहा है। संजय गांधी अस्पताल के सीएमओ यत्नेश त्रिपाठी का कहना है कि महिला को कल रात में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हनुमना से रेफर कर रीवा लाया गया था। 2 घंटे का सफर तय कर महिला रीवा पहुंची थी। महिला के अस्पताल पहुंचते ही भर्ती करने की कागजी प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। महिला पर डॉक्टर अपनी नजर बनाए हुए थे। इलाज शुरू कर दिया गया था। कागजी प्रक्रिया में थोड़ा समय तो लगता ही है। इस बीच महिला वॉशरूम गई। जहां उसने एक बच्ची को जन्म दिया। अभी जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। दोनों का इलाज बेहतर तरीके से किया जा रहा है। डॉक्टर लगातार निगरानी कर रहे हैं। महिला ने दूसरी बार बच्ची को जन्म दिया है। जब कोई महिला पहली बार किसी बच्चे को जन्म देती है तो डिलीवरी में समय ज्यादा लगता है। दूसरे बच्चे को जन्म देने में अपेक्षाकृत कम समय लगता है। लेबर पेन आने पर कई बार महिलाएं अस्पताल पहुंचते-पहुंचते गेट पर भी बच्चे को जन्म दे देती हैं।