Rewa News : मंत्रालय से फ़ोन आते ही हिला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, नर्स की नाइट ड्यूटी कटने का मामला सुर्खियों पर

 

उपसंचालक के मौखिक आदेश पर अधीक्षक ने नर्स को नाइट ड्यूटी से किया मुक्त, सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल की नर्सो में आक्रोश

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। शहर के विभिन्न शासकीय कार्यालय में पदस्थ कुछ ऐसे घाघ कर्मचारी हैं जो अपने अकायों की मदद से विभिन्न विभागों में पदस्थ हैं इसके बावजूद काम न करना पड़े इसलिए भी अपने अकायों की मदद लेकर घर बैठे मुफ्त की तनख्वाह उठा रहे हैं और मौज कर रहें हैं। समय-समय पर इस तरह के मामले सुर्खियों में भी आते हैं किंतु कुछ दिन बाद सब कुछ सामान्य हो जाता है।

नया मामला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में पदस्थ एक नर्स का है। जिनका नाम कविता त्रिपाठी बताया जा रहा है। सूत्रों की माने तो चाहे संजय गांधी हॉस्पिटल हो या सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल यहां पदस्थ नर्स रात्रिकालीन ड्यूटी करने से कतराती है और इससे बचने के लिए तमाम तरह के हथकंडे अपनाने से नहीं चूकती हैं। इसलिए शहर के सभी शासकीय अस्पतालों में भर्ती मरीज भगवान भरोसे रहता है। इक्का दुक्का नर्स अगर नजर भी आ जाएं तो यह बहुत बड़ी बात है।

सूत्रों की माने तो सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में पदस्थ नर्स कविता त्रिपाठी के लिए भोपाल से उप संचालक ने अस्पताल अधीक्षक को फोन करके निर्देश दिया कि उक्त नर्स की रात्रिकालीन ड्यूटी ना लगाई जाए। मजेदार बात यह है कि अस्पताल अधीक्षक ने भी टेलिफोनिक आदेश को गंभीरता से लेते हुए उक्त नर्स कविता त्रिपाठी की रात्रिकालीन ड्यूटी काट दी। यह खबर पूरे अस्पताल में बड़ी तेजी से फैली इसके बाद माना जा रहा है कि स्थानीय नर्सिंग एसोसिएशन इस मामले को लेकर शीघ्र ही मैदान में उतर सकता है।