Rewa News : पुलिस ने कोरेक्स नेटवर्क का पर्दा किया फाश , प्रयागराज एवं MP के सागर से जुड़े थे तार

 

रीवा में लम्बे समय से नशीली कफ सिरप का अवैध व्यवसाय फल-फूल रहा है। युवा वर्ग बुरी तरह से नशे की चपेट में आ चुका है। जिले में नशीली कफ सिरफ के व्यापार को रोकने की मांग भी उठती रही है। बीते दिनों डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने भी पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें उन्होंने नशीली कफ सिरप के कारोबार पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।

आईजी महेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि पुलिस ने नशीली कप सिरप की सप्लाई करने वाले तीन आरोपियों को धर दबोचा है। पहला रीवा के जनेह का मेडिकल सप्लायर पंकज गुप्ता जो पीताम्बरा एजेंसी का मालिक है। जो नशीली सिरप सप्लाई का कारोबार करता था। जिसके खिलाफ पुलिस को ठोस सबूत मिल गए हैं। पंकज गुप्ता की गिरफ्तारी के बाद मेडिकल दुकान संचालक अमित शर्मा और उसके सहयोगी मिश्रा मेडिकल एजेंसी प्रयागराज के संचालक की संलिप्तता पुलिस को मिली। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

थाना चोरहटा में जांच के दौरान टाटा फार्मा सागर का नाम सामने आया। जिसके खाते से पुलिस को करोड़ों का ट्रांजैक्शन मिला। आरोपी पैसे की लेन-देन के संबंध में सही जवाब नहीं दे पाए। टाटा फार्मा जिला सागर के संचालक अरविंद जैन और उसके बेटे सीत्तू जैन ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि विजय साहू उर्फ बुच्ची के संपर्क में आने के बाद उन्होंने विंग्स बायोटेक कंपनी से ये कारोबार करना शुरू किया था।

जांच में अलग अलग फर्मों को चिन्हित किया गया है। सभी फर्म अवैध रूप से नशीली कफ सिरप के भण्डारण और परिवहन का काम करती थी। जिनके अवैध लेनदेन के बारे में जीएसटी विभाग, आयकर विभाग, ड्रग्स और मेडिकल विभाग के सहयोग से आगे की कार्रवाई की जाएगी।