Rewa News : सांसद की बदजुबानी से चढ़ा सियासी पारा : कांग्रेसी कर रहे हैं बयान की जमकर आलोचना, भाजपाईयों ने साधी चुप्पी

 

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। रीवा के वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा अपने उटपटांग बयानों के लिए मशहूर है। कई बार उनके बयान भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के गले की हड्डी बन चुका है किंतु सांसद अपनी बयान बाजी से बाज नहीं आ रहे हैं। 2 दिन पूर्व ही हुई एक सभा में सांसद जनार्दन मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के बारे में अभद्र टिप्पणी कर दी इसके बाद राजनीतिक प्याले में तूफान आ गया। जहां एक और कांग्रेसियों ने अपने दिवंगत नेता के बारे में की गई संसद की अभद्र टिप्पणी पर उन्हें जमकर लानत जलानत भेजी जा रही है। वही दूसरी ओर सांसद जनार्दन मिश्रा का बयान भाजपाइयों के लिए गले की हड्डी साबित हो रहा है।

जैसे ही सांसद जनार्दन मिश्रा ने स्वर्गीय पंडित श्रीनिवास तिवारी के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए सार्वजनिक मंच से उक्त बातें कहीं उसके तुरंत बाद ही कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व सांसद एवं विधायक सुंदरलाल तिवारी के इकलौते पुत्र जिन्होंने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा के सदस्यता ग्रहण की ओर त्योंथर विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी भी बनाया। जहां से उन्होंने जीत भी हासिल की और वर्तमान में वे विधायक भी है।

अपने दादा के बारे में की गई अभद्र टिप्पणी पर उन्होंने खुलकर सांसद जनार्दन मिश्रा की मुखालफत की, उनके समर्थकों ने भी सोशल मीडिया पर खुलकर सांसद जनार्दन मिश्रा द्वारा की गई टिप्पणी की जमकर आलोचना की ओर उन्हें रीवा की जनता से माफी मांगने की सलाह तक दे डाली। बहरहाल यह मामला अभी और तूल पकड़ सकता है किंतु सबसे बड़ी समस्या उन खाटी भाजपाइयों की है जिन्होंने अपनी राजनीति भी स्वर्गीय पंडित श्रीनिवास तिवारी के विरोधी के रूप में की है किंतु वर्तमान में हालात बदले हुए हैं स्वर्गीय श्री तिवारी के नाती वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी से विधायक है ऐसे में भाजपा नेता अपने सांसद के बयान पर कुछ भी बोलने से कतराते नजर आ रहे हैं जिस प्रकार से कांग्रेसियों ने सांसद जनार्दन मिश्रा के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत होता है की आने वाले दिनों में कांग्रेसियों द्वारा सांसद जनार्दन मिश्रा के विरोध में शहर में धरना प्रदर्शन भी कर सकते हैं।