रीवा के चकदही गांव के सरपंच, सचिव और सहायक सचिव तीनों एक साथ फरार, मनरेगा में घोटाला करने का आरोप
रीवा के चकदही गांव के सरपंच, सचिव और सहायक सचिव तीनों एक साथ फरार हैं। इस बात की शिकायत लेकर शिकायतकर्ता और ग्रामीण शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि तीनों के फरार होने से ग्रामीणों के सारे काम ठप हो गए हैं। जरूरी दस्तावेजों पर सरपंच, सचिव और सहायक सचिव के हस्ताक्षर भी नहीं हो पा रहे हैं।
शिकायतकर्ता ओंकार प्रसाद मिश्रा ने बताया कि जब से तीनों आरोपी फरार हुए हैं, तब से पंचायत भवन में ताला लटका है। कोई काम नहीं हो पा रहा। ऐसा कई दिनों से है, ग्रामीण परेशान हैं। हम सब चाहते हैं कि जल्द कुछ उपाय निकाला जाए।
मनरेगा में घोटाला करने का आरोप
दरअसल, रीवा में आयकर दाता और जेसीबी मशीन के मालिक को पंचायत ने मस्टर रोल में मनरेगा का मजदूर बना दिया गया। बाकायदा उनसे कागज में मजदूरी करवाई और उनके नाम पर पारिश्रमिक भी जारी कर दिया गया। मामला सामने आने के बाद थाने में शिकायत दर्ज कराई गई, करीब 15 दिन पहले पुलिस ने सरपंच सहित तीन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।
एएसपी अनिल सोनकर ने बताया कि शिकायतकर्ता ओंकार प्रसाद मिश्रा शिवाय ट्रेडर्स के संचालक हैं और इनकम टैक्स अदा करते हैं। ग्राम पंचायत चकदही में राजेन्द्र प्रसाद के खेत में निर्मित तालाब में खुदाई के लिए 4 से 17 मार्च 2023, 23 अप्रैल से 6 मई 2023 और मई से 24 मई 2023 तक पतुरिहा तालाब में 14 दिन के मस्टर रोल में मजदूर के रूप में ओंकार सहित उनकी पत्नी शशि मिश्रा का नाम श्रमिक के रूप में दर्ज किया गया। उनकी मजदूरी के 5083 रुपए, 2873 रुपए और 3094 रुपए इंडियन बैंक के खाता वा पत्नी के एचडीएफसी बैंक के खाता में आहरित की गई।
जेसीबी मालिक को मजदूर बता हेरफेर
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक, ओंकार की जेसीबी को तालाब के गहरी करण के लिए पंचायत ने किराए पर लिया था। इसके अतिरिक्त सामग्री सप्लाई का काम भी उन्होंने पंचायत में किया था। इसका भुगतान सीधे पंचायत के खाते से ना करके उन्होंने उनको और पत्नी को मजदूर दिखाकर मजदूरी की रकम के रूप में भुगतान किया।
उन्होंने बताया कि पीड़ित की शिकायत जांच में सही मिलने पर पुलिस ने सरपंच नीता पति नारेन्द्र अग्निहोत्री, सचिव राज बिहारी सिंह, रोजगार सहायक अजय अग्निहोत्री के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने उनका नाम फर्जी तरीके से मस्टर रोल में दर्ज कर विक्रय राशि को सेटल करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि जांच में नए तथ्य सामने आएंगे तो उस आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।