Rewa के दो लालों ने यूपीएससी में रचा इतिहास : रोमिल द्विवेदी 27वीं रैंक, शुभम शुक्ला 116वीं रैंक के साथ देशभर में चमके
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। विंध्य की धरती एक बार फिर इतिहास रचने वाली बनी। देश की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सर्विसेज 2024 का फाइनल रिजल्ट आज जारी हुआ। इस बार रीवा जिले ने भी अपनी धमक दिखाई है। जिले के रोमिल द्विवेदी ने देशभर में 27वीं रैंक और शुभम शुक्ला ने 116वीं रैंक हासिल कर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे विंध्य और मध्यप्रदेश को गौरवान्वित किया है।
रोमिल द्विवेदी — बिना कोचिंग के यूपीएससी में 27वीं रैंक
रीवा जिले के जवा तहसील के पुरौना गांव निवासी रोमिल द्विवेदी बचपन से ही मेधावी छात्र रहे हैं। प्रारंभिक शिक्षा रीवा के बाल भारती स्कूल में लेने के बाद, उन्होंने भोपाल के डीपीएस स्कूल से आगे की पढ़ाई की और फिर मैनिट भोपाल से बीटेक किया।
खास बात ये रही कि रोमिल ने बिना किसी कोचिंग के खुद की सेल्फ स्टडी से यह बड़ी सफलता हासिल की। इससे पहले भी उन्हें यूपीएससी में चयन मिला था और वे इंडियन रेलवे में कार्यरत हैं। लेकिन इस बार टॉप रैंक के साथ देशभर में 27वीं रैंक लाकर इतिहास रच दिया।
परिवार में पिता के.के. द्विवेदी भोपाल में उपायुक्त सहकारिता के पद पर कार्यरत हैं। मां श्रीमती आशा द्विवेदी गृहिणी हैं। रोमिल के चाचा प्रकाश द्विवेदी संभागीय पेंशन कार्यालय रीवा में सहायक संचालक हैं। पूरे परिवार के साथ-साथ गांव और जिले में भी जश्न का माहौल है।
शुभम शुक्ला — रीवा का होनहार बेटा, 116वीं रैंक के साथ किया नाम रोशन
रीवा शहर के उर्रहट मोहल्ला निवासी शुभम शुक्ला ने भी इस बार यूपीएससी 2024 में 116वीं रैंक हासिल की। उनकी शुरुआती पढ़ाई बाल भारती स्कूल रीवा में हुई। बाद में शुभम ने इंदौर से सिविल इंजीनियरिंग में बीई किया और वहीं से दिल्ली जाकर यूपीएससी की तैयारी शुरू की। शुभम वर्तमान में भारतीय खेल विकास प्राधिकरण (SAI) में सहायक संचालक के पद पर कार्यरत हैं।
उनके पिता अजय शुक्ला व्यवसायी और माता संगीता शुक्ला गृहिणी हैं। शुभम के दादा का सपना था कि वे सिविल इंजीनियर बनें, लेकिन शुभम की रुचि सिविल सेवा में थी। पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी और पहले ही प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचे थे। इस बार 116वीं रैंक लेकर विंध्य का नाम रौशन कर दिया।
एमपी के 30 युवाओं ने पाई सफलता
यूपीएससी 2024 में मध्यप्रदेश से कुल 30 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की। कोई बिना बताए तैयारी करता रहा, किसी ने नौकरी छोड़ दी, तो कोई बिना कोचिंग के मेहनत करता रहा। खास बात ये रही कि रीवा के ये दो लाल रोमिल और शुभम दोनों ने अपनी लगन, जिद और मेहनत के दम पर यह मुकाम पाया।
पूरे रीवा में खुशी की लहर
रीवा में दोनों परिवारों में जश्न का माहौल है। सहपाठी, रिश्तेदार और आसपास के लोग बधाइयां देने पहुंच रहे हैं। रीवा के शैक्षणिक संस्थानों और प्रशासनिक गलियारों में भी इस सफलता की चर्चा जोरों पर है।
विंध्य का नाम एक बार फिर देशभर में रोशन हुआ है।