SIDHI : पत्रकार समेत 9 लोगों को अर्धनग्न का मामला : दो थानों के TI सस्पेंड, मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष ने DGP और IG रीवा से एक सप्ताह में मांगा जवाब
सीधी में पत्रकार समेत 9 लोगों को अर्धनग्न कर फोटो खींचने और उसे वायरल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मामले में एसपी ने दो थाना प्रभारियों को सस्पेंड कर दिया है। डीजपी ने भी रेडियो एसपी को जांच के लिए भेजा है। मामले में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष जस्टिस नरेन्द्र कुमार जैन ने डीजीपी और आईजी रीवा से एक सप्ताह में जवाब मांगा था।
सीधी एसपी मुकेश श्रीवास्तव ने शुक्रवार को कोतवाली थाना प्रभारी मनोज सोनी और अमिलिया थाना प्रभारी अभिषेक सिंह को शुक्रवार को निलंबित कर दिया। पत्रकार व युवकों के फोटो वायरल होने के बाद गुरुवार को दोनों थाना प्रभारियों को लाइन अटैच किया था। एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि इस मामले में उच्च स्तरीय जांच कमेटी बैठा दी गई है। अब बाद में रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
पत्रकार ने बताया जान को खतरा
कनिष्क तिवारी ने बताया कि मामले को लेकर उन्होंने और कुछ साथियों ने मानवाधिकार आयोग से शिकायत की है। इधर, विधायक पं. केदारनाथ शुक्ला के खिलाफ समाचार लिखने वाले पत्रकार कनिष्क तिवारी ने अपनी जान को खतरा बताया है। कनिष्क का कहना है कि उसे अपने साथ अनहोनी की आशंका है। इसलिए उसने सीधा जिला छोड़ दिया है।
रेडियो एसपी डीजीपी को सौपेंगे रिपोर्ट
डीजीपी सुधीर सक्सेना ने एसपी रेडियो अमित सिंह को जांच अधिकारी बना कर सीधी भेजा है। जिसके बाद अमित सिंह मामले की जांच कर डीजीपी को रिपोर्ट सौंपेंगे। डीजीपी के निर्देश पर इस मामले में पहले ही थाना प्रभारी और एसआई पर निलंबन की कार्रवाई हो चुकी है।
ये है मामला
घटना शनिवार की है। सीधी के स्थानीय विधायक और उनके बेटे के खिलाफ सोशल मीडिया पर खबर प्रसारित करने पर कोतवाली पुलिस ने न केवल पत्रकारों के कपड़े उतरवाए, बल्कि उनके अर्धनग्न फोटो सोशल मीडिया पर वायरल भी करवा दिए थे। मामले की शिकायत भोपाल पहुंचने पर कोतवाली थाने के टीआई मनोज सोनी और एसआई अभिषेक सिंह को लाइन अटैच कर दिया गया था।