चंद्र ग्रहण: शाम से ही लग जाएगा सूतक, बुजुर्गों और रोगियों को मिलेगी ये छूट, ज्योतिषी ने दी सलाह

 

आज यानी की दिनांक 28 अक्टूबर 2023 को शरद पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने वाला है, जो कुल 1 घंटे 19 मिनटों के लिए लगने वाला है. इस ग्रहण का सूतक दिन के 4 बजे से शुरू हो जाएगा. ऐसे में कई कार्यों को करने से बचें. सूतक काल में मुख्य रूप से भोजन का सेवन और पूजन के कार्य करने से बचें. भोपाल के प्रसिद्ध भागवत आचार्य पंडित ओम प्रकाश शास्त्री ने बताया कि ग्रहण का मध्य काल रात्रि के 1 बज कर 44 मिनट से शुरू होगा और मौक्ष रात्रि के 2 बज कर 24 मिनट तक रहेगा. सूतक काल में भोजन, पूजन और सांसारिक भोग आदि न करें.

पंडित जी ने बताया कि इस वक्त आप भगवान की प्रतिमाओं को और मंदिर को परदे से ढक दें. भोजन आदि की सामग्री को भी इस समय न बनाएं. साथ ही पहले से भी भोजन इतना ही बनाए जितना ग्रहण काल के पहले खत्म हो जाए. ग्रहण के समय भोजन को बचा कर न रखे. साथ ही ग्रहण में बचे हुए सामग्री को खाने या किसी भी जीव को खिलने से बचें. वहीं दूध से या फिर घी से बनी हुई मिठाई या कोई भी अन्य सामग्री दोष में नहीं होती है. उसका आप उपयोग कर सकते हैं. दूध में सूतक के पहले तुलसी के पत्ते डाल देने से दूध ठीक रहता है.

बुजुर्गों और रोगियों के लिए ये सलाह
पंडित जी ने बताया कि बुजुर्ग, रोगी, बालक, आसक्त आदि को केवल 1 प्रहर की सूतक को ही मानना चाहिए. अतः बह रात्रि 11 बजे तक भी भोजन कर सकते हैं. ग्रहण का सूतक दिन के 4 बजे से ग्रहण समाप्ति तक रात्रि के 1 :05 से ले कर रात्रि 2: 24 तक रहेगा.