शनि देव की साढ़े साती, ढैय्या से जीवन का छिन गया है सुख-चैन, परेशान न हों, करें ये 6 उपाय

 

Sadhesati Se Bachne ke Upay: शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित होता है. शनि देव को न्याय का देवता कहते हैं. इंसानों द्वारा किए गए उनके अच्छे-बुरे कर्मों का हिसाब रखते हैं और उसी अनुसार हर किसी को फल देते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि देव को सभी नौ ग्रहों में सबसे धीमे चलने वाला ग्रह कहा गया है. इसी वजह से शनि देव एक ही राशि में कम से कम साढ़े सात वर्ष विराजमान बने रहते हैं. ऐसे में सभी राशियों पर शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती चलती है. जिस जातक पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या हो उसे जीवन में कई तरह के दुख, कष्ट झेलने पड़ते हैं. कई तरह की परेशानियों से जीवन घिर जाता है. ऐसे में आप भी शनि देव के साढ़ेसाती और ढैय्या का प्रकोप झेल रहे हैं तो आप शनिवार के दिन कुछ उपाय करके इससे मुक्ति पा सकते हैं.

साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति पाने के उपाय

1. पं. हितेंद्र कुमार शुर्मा के अनुसार, जिस भी इंसान पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है, उसे कुछ शनिवार लगातार आटा, चीनी, काले तिल को मिलाकर चीटियों को खिलाना चाहिए.

2. इस दोष से मुक्ति पाना चाहते हैं तो आप शनि देव के दस नाम का जाप लगभग 108 बार जरूर करें. इससे जल्द ही आपको लाभ होता दिखेगा.

3. यदि आप शनिवार के दिन दान-पुण्य का काम करते हैं तो इससे शनि भगवान प्रसन्न होते हैं. आप अपनी क्षमता के अनुसार जरूरतमंदों को काली उड़द की दाल, काला वस्त्र, काला तिल आदि दान कर सकते हैं.

4. शनिवार के दिन यदि आप बजरंगबली की पूजा करते हैं तो इससे भी शनि दोष, उनके प्रकोप, ढैय्या, साढ़ेसाती से छुटकारा मिल सकता है. इसके लिए आप कुछ दिनों तक लगातार हनुमान चालीसा का पाठ करें और बंदरों को गुड़, चना खिलाएं.

5. काले घोड़े की नाल से अंगूठी बनवाकर धारण करने से भी शनि देव से संबंधित समस्याओं, दोषों से छुटकारा मिल सकता है. ध्यान रखें कि इस अंगूठी को शनिवार को सूरज ढलने के समय मध्यमा उंगली में ही पहनें.

6. जब भी शनि देव की पूजा करें तो उन्हें नीले रंग का फूल चढ़ाएं और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” शनि मंत्र का जाप 108 बार करें. ऐसा आप लगातार प्रत्येक शनिवार करें, शनि दोष, शनी की साढ़ेसाती से मुक्ति मिल जाएगी.