AMBIKAPUR NAXAL CRIME : सड़क निर्माण कार्य में लगे सात वाहनों को नक्सलियों में जलाया

 
AMBIKAPUR  NAXAL CRIME : सड़क निर्माण कार्य में लगे सात वाहनों को नक्सलियों में जलाया

अंबिकापुर । झारखंड सरहद से लगे बलरामपुर जिले के घोर नक्सल प्रभावित बंदरचुआ के नजदीक नक्सलियों द्वारा सड़क निर्माण कार्य में लगे सात वाहनों को दिनदहाड़े जला दिए जाने से सनसनी का माहौल है। सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि बलरामपुर पुलिस अधीक्षक टीआर कोसीमा के नेतृत्व में पुलिस व सशस्त्र बल घटनास्थल पर पहुंच चुका है। समूचे इलाके की घेराबंदी कराई जा रही है।
संभावना जताई जा रही है कि झारखंड से घुसे नक्सलियों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया है और वे वापस झारखंड सीमा में प्रवेश कर गए हैं। उल्लेखनीय है कि झारखंड से लगे बलरामपुर जिले के चुनचुना पुनदाग तक सुलभ आवागमन की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए लगभग 3 वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सबाग से चुनचुना पुनदाग तक सड़क निर्माण कार्य की मंजूरी प्रदान की गई थी।
पुलिस व सशस्त्र बलों की मौजूदगी में निर्माण कार्य आरंभ कराया गया था। लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व नक्सलियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगी तीन वाहनों को जलाने के साथ ही विभागीय सब इंजीनियर और ठेका कंपनी के मुंशी का अपहरण कर लिया था। अवैध उगाही की कोशिश में लगे नक्सलियों द्वारा मुंशी को उसी दिन छोड़ दिया गया था लेकिन सब इंजीनियर को कई दिनों तक नक्सलियों ने अपने चंगुल में रखा था। बाद में पुलिस के बढ़े दबाव और कुशल रणनीति के बाद सब इंजीनियर को भी छोड़ दिया गया था।
इस घटना के कई महीनों तक सड़क निर्माण कार्य का काम बंद करा दिया गया था। कुछ महीने पहले सवाग से चुनचुना के बीच पड़ने वाले बंदरचुआ में पुलिस कैंप खोला गया है जहां पुलिस और सशस्त्र बल के अधिकारी जवान ड्यूटी पर तैनात रहते हैं।
कुछ दिन पहले ही सड़क निर्माण का काम सुरक्षा के बीच आरंभ कराया गया था। चुनचुना पुनदाग तक पुलिस और प्रशासन की पहुंच आसान ना हो इसी मंशा से नक्सली इस सड़क का काम पूरा होना नहीं देना चाहते।
बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह लगभग 10:30 बजे 10 से 12 सशस्त्र वर्दीधारी नक्सली मौके पर पहुंचे उस वक्त सीआरपीएफ अथवा पुलिस के अधिकारी, जवान निर्माण स्थल पर नहीं पहुंचे थे ।सशस्त्र नक्सलियों ने मौके पर पहुंचते ही सड़क निर्माण कार्य में लगे ठेका कंपनी के कर्मचारियों को डराना धमकाना शुरू कर दिया और कहा कि कितने दिनों तक पुलिस की सुरक्षा में सड़क निर्माण का काम कराओगे।
नक्सलियों द्वारा निर्माण कार्य में लगे कर्मचारियों को मौके से भगा दिया गया और वाहनों का डीजल निकालकर निर्माण कार्य में लगी एक मिक्सर मशीन, 3 टिपर, दो जेसीबी एक ट्रैक्टर सहित कुल 7 वाहनों को जला दिया गया। वारदात को अंजाम देने के बाद नक्सली मौके से भाग निकले ।घटना की सूचना मिलते ही बलरामपुर पुलिस अधीक्षक टी आर कोसीमा पुलिस व सीआरपीएफ के दल के साथ मौके पर पहुंच गए हैं।
सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक रतनलाल डांगी ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि भौगोलिक रूप से कठिन इलाका होने के कारण पुलिस और सुरक्षा बल समय-समय पर निर्माण कार्य की निगरानी में जाते हैं। हर रोज एक ही समय पर निर्माण स्थल की सुरक्षा के लिए जाने पर नक्सलियों के एंबुश का भी भय रहता है ।उन्होंने बताया कि वारदात में शामिल लोग हथियार रखे हुए थे ,और उन्होंने वर्दी भी पहन रखी थी इससे स्पष्ट है कि घटना में नक्सलियों का ही हाथ है।

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