पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है ? सही जानकारी
आज हम इस लेख के माध्यम से आपको लड़की की प्रेगनेंसी के बारे में बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं। जैसे कि पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है ? महिला प्रेग्नेंट कब होती है ? प्रेगनेंसी का सही समय कब होता है? इत्यादि महत्वपूर्ण बातों के बारे में बताएँगे।
संसार में माता का स्थान सबसे से ऊपर रहता है। भगवान ने स्त्री की रचना इस प्रकार की है कि स्त्री ही अपने दुख और तकलीफ़ को समझ सकती हैं। कहा जाता है कि सृष्टि की रचना जब हो रही थी तब भगवान ने स्त्री को बनाने में बहुत ज्यादा समय लिया था। उन्होंने बहुत ही विचार पूर्वक स्त्री की रचना की है। स्त्री में बहुत ही ज्यादा सहनशक्ति होती है। वह कोमल भी है और शक्ति-वान भी है।
भगवान ने मानव जाति की रचना जब कि थी तब पुरुष और स्त्री ऐसे दो प्राणियों की निर्माता की स्त्री को भगवान ने एक बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य दिया है। कि वहां अपने पेट में एक इंसान को जन्म देती है। प्रेग्नेंट होने की क्षमता स्त्री में है उसकी तकलीफ सहने की क्षमता भी सिर्फ में ही है। और वही इस दर्द को सहन कर सकती है। ऐसा कहा जाता है कि जब शिशु का जन्म होता है तभी माता का भी पुनर्जन्म होता है। इतनी पीड़ा से माता को गुजरना पड़ता है। इसीलिए स्त्री को जननी भी कहा जाता है।
जब भी किसी महिला की शादी होती है उसके बाद हर एक महिला का मां बनने का सपना होता है। प्रेगनेंसी एक अनोखी भावना है महिलाओं के लिए। लेकिन कई की बार महिलाओं के दिमाग में अलग-अलग तरह के विचार रहते हैं। जैसे कि शादी के बाद बच्चा कब और कैसे होता है तब कोई कोई बहुत परेशान हो जाता है। । क्योंकि उन्होंने बहुत प्रयास करने के बाद भी उन्हें बच्चा नहीं होता है। इसके लिए वह चिंतित होती है। और इससे संबंधित उनके मन में कई सारे सवाल होते हैं। जैसे कि पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है ? और प्रेगनेंसी की जांच कैसे करें ? या गर्भवती है या नहीं कैसे चेक करें ? इत्यादि और यह सवाल वह किसी से पूछने में भी शर्माती है। तो इसीलिए आज इस लेख के माध्यम से हम आपके सारे सवालों के जवाब दे देंगे।
महिला प्रेग्नेंट कब होती है ?
कई बार ऐसा होता है, कि कई कोशिशों के बाद भी महिला गर्भ-धारण नहीं कर पाती है। और इससे वह बहुत चिंतित हो जाती है। गर्भ-धारण के लिए स्त्री और पुरुष में यौन संबंध होना बहुत जरूरी है। और इसे भी जरूरी है कि वह सही समय पर होना चाहिए।
इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएँगे कि पीरियड्स के कितने दिन पहले और कितने दिन बाद यौन संबंध बनाना चाहिए। जिससे कि प्रेगनेंसी हो सके।
पीरियड्स के 11 दिन बाद और पीरियड्स से 12 से 14 दिन पहले अगर यौन संबंध बनाया जाए, तो शत-प्रतिशत आपकी प्रेगनेंसी होने के संभावना होती है। क्योंकि पीरियड्स की शुरुआत होने से पहले 12 से 14 दिन पहले ओवुलेशन (Ovulation Period) चालू होता है। जो कि पीरियड्स के 7 दिन पहले तक रहता है। जिनको यह जानकारी चाहिए कि पीरियड के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी रहती है। इसके लिए उनको अगर प्रेग्नेंट होना है तो Ovulation Period पीरियड के बीच में ही यौन संबंध बनाने चाहिए, जिससे कि वह प्रेग्नेंट हो सकती है। इसके लिए आपको ओवुलेशन पीरियड क्या है ? इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है। और यह कब होता है। यह भी आपको जानना बहुत जरूरी है।
ओवुलेशन समय क्या है ?
इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि वह ओवुलेशन समय क्या है ? क्योंकि यह बहुत ही महत्वपूर्ण समय है। जब महिला की पीरियड्स के बाद प्रेग्नेंट होने की संभावना होती है।
ओवुलेशन एक एमसी साइकिल की प्रक्रिया है। जिसमें जब अंडा अंडाशय से निकलता है तब ओवुलेशन समय होता है। पीरियड में ओवुलेशन का मतलब है कि महिलाओं में दो ओवरी होती है। जिसमें हजारों अंडे होते हैं। और हर महीने महिला की महिलाओं की ओवरी से एक अंडा बाहर निकलता है। और जिस समय यह ओवरी से बाहर निकलता है। उसी समय को ओवुलेशन पीरियड कहा जाता है।
अगर इस समय यौन संबंध बनाया जाए तो पुरुषों का स्पर्म अंडे से मिल जाता है। और महिला प्रेग्नेंट रह सकती है। पुरुषों का यह स्पर्म यानी कि शुक्राणु 1 से 2 दिन तक जीवित रहता है। उसी दौरान अगर यह अंदर जाकर अंडे से मिल जाता है, तो महिला प्रेग्नेंट हो जाती है। ओवुलेशन का समय पता होने के लिए आपको पीरियड्स के डेट का पता होना बहुत जरूरी है। क्योंकि अगर आपको आपकी पीरियड का समय पता नहीं है। तो आपको ओवुलेशन समय का भी पता नहीं चल पाएंगे। अगर आपकी पीरियड्स 22 दिन, 25 दिन या 35 दिन बाद आती है। तो इसे रेगुलर पीरियड नहीं बोल सकते। ऐसे में ओवुलेशन पीरियड का पता करना बहुत ही मुश्किल होता है। अगर किसी को मासिक धर्म की समस्या है। तो उन्हें डॉक्टर्स की सलाह लेनी चाहिए क्योंकि यह बहुत जरूरी है।
ओवुलेशन की जानकारी होना क्यों जरूरी है ?
ओवुलेशन की जानकारी रहना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि इस पर ही महिला की प्रेगनेंसी निर्धारित रहती है। अगर आप को प्रेग्नेंट रहना है। या नहीं भी रहना है। तो इसकी जानकारी से आप प्रेगनेंसी को रोक सकते हैं। या प्रेग्नेंट हो सकते हैं। ओवुलेशन के समय में जब महिला के ओवरी से अंडा निकलता है। तब वह फॉलोपियन ट्यूब Fallopian Tube में 24 घंटे तक रहता है। और शुक्राणु का इंतजार करता है। यानी कि स्पर्म महिला के शरीर में 4 से 5 दिन तक जीवित रहता है। इस समय को फर्टिलेशन पीरियड कहां जाता है। यह पीरियड 10 से 19 दिन के बीच में रहता है। इस समय में यौन संबंध बनाने से आप गर्भवती रह सकते हैं ।
पीरियड के कितने दिन बाद लड़की प्रेग्नेंट होती है ?
जब महिला पहली बार गर्भवती होती है। तो उनके दिमाग में बहुत सारे सवाल होते हैं। जैसे कि पीरियड के कितने दिन बाद वह प्रेग्नेंट हो सकती है? और इसका पता कैसे चलेगा ? इत्यादि अगर महिला ओवुलेशन पीरियड के समय पुरुष से संभोग करती है। तो शत प्रतिशत वह प्रेग्नेंट होने की संभावना होती है।
ओवुलेशन समय के दरमियान अंडाशय से जो अंडा निकलता है। उसका जीवन 24 घंटे तक होता है। और स्पर्म यानी कि शुक्राणुओं 74 घंटे तक जीवित रहता है। इसके लिए वह ओवुलेशन के 2 दिन पहले संभोग करने से महिला प्रेग्नेंट होती है। इसके लिए इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है कि आपका ओवुलेशन पीरियड कब होता है ? इसकी जानकारी होना आपको बहुत ही जरूरी है | अगर आपकी उम्र 35 से कम है, तो ज्यादातर आपका पीरियड 28 दिनों के बाद आता है। तो आपके पीरियड के 12 दिन से लेकर 16 दिन तक ओवुलेशन पीरियड होता है। इस समय अगर आप संभोग करते हैं। तो महिला के प्रेगनेंसी के संभावना बढ़ जाती है। इस समय महिला प्रेग्नेंट हो जाती है। प्रत्येक महिला का पीरियड साइकिल अलग अलग रहता है। इसके लिए उनका ओवुलेशन पीरियड भी अलग अलग होता है। इसकी जानकारी सिर्फ महिला को ही हो सकती है। इसके लिए उनको यह पता होना बहुत जरूरी होता है, कि उनका पीरियड कितने दिन बाद आता है |
पीरियड साईकिल यानी कि पीरियड के शुरू होने से लेकर अगला पीरियड आने तक का समय मतलब पीरियड साइकिल होता है। इस प्रकार हर एक महिला की अलग-अलग पीरियड साइकिल होती है। जैसे कि किसी किसी की 30 दिन की 35 दिन की ओर 40 दिन के भी होती है। उस प्रकार उनको अपना ओवुलेशन पीरियड की जानकारी होती है। ओवुलेशन पीरियड के दरमियान अगर आप संभोग करते हैं तो औरत जल्दी प्रेगनेंट होती है।
प्रेगनेंसी का पता कितने दिनों के बाद चलता है ?
कभी-कभी ऐसा होता है कि उनको महिला गर्भवती होने के बाद भी अपने प्रेगनेंसी का पता नहीं चल पाता है। यौन संबंध करते समय वह कंडोम का भी इस्तेमाल करते हैं। लेकिन कभी-कभी कंडोम फट जाने की वजह से शुक्राणु ओवरी में चले जाते हैं। जिससे कि प्रेगनेंसी की संभावना और बढ़ जाती है। कभी कभी लड़कियों को भी समझ में नहीं आता है। कि अगर कंडोम गलती से फट गया और शुक्राणु ओवरी में चला गया है। तो क्या करना चाहिए? इसका नतीजा यह होता है, कि अनचाही प्रेगनेंसी हो जाती है। और कई कई बार तो लड़कियों को पता भी नहीं चलता है कि वह प्रेग्नेंट है।
प्रेगनेंसी की जांच करने के लिए आपको मेडिकल स्टोर में प्रेगनेंसी किट मिलता है। जिसकी सहायता से आपको पता चल सकता है। कि आप प्रेग्नेंट है या नहीं। लेकिन कभी-कभी महिलाएं इस जांच में जल्दबाजी कर देती है। और उसमें इसका रिजल्ट नेगेटिव भी आ सकता है। और आपको सही बात का पता नहीं चलता इसके लिए आपको सही समय पर यह जांच करना बहुत जरूरी है। जब भी आपकी प्रेगनेंसी जांच करनी है। तो पीरियड मिस होने के 10 दिन बाद आपको यहां जांच करनी चाहिए। जिससे कि आपको प्रेगनेंसी का सही तरह से पता चल पाए कि यह पॉजिटिव है या नेगेटिव। इस प्रकार इस के माध्यम से आपको पता चल ही गया होगा कि पीरियड्स के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी होती है ? इसके बारे में |