REWA : रीवा के इस गैंगस्टर की बीहर बराज में मिली डेड बॉडी; मारपीट और लूट समेत 29 मामले थे दर्ज, परिजनों ने शव रखकर दो घण्टे लगाया जाम : 4 लाख की सहायता राशी समेत 5 आरक्षकों की होगी मजिस्ट्रियल जाँच
( ग्राउंड एमपी 17 ऋतुराज द्विवेदी की रिपोर्ट ) रीवा के एक गैंगस्टर की नदी में डूबने से मौत हो गई। पुलिस ने उसका शव बरामद कर लिया है। उस पर हत्या, लूट और मारपीट के 29 मामले दर्ज थे। 9 दिन पहले पुलिस उसे पकड़ने गई थी तब वह नदी की ओर भाग गया था। रविवार की सुबह पुलिस को सूचना मिली कि बीहर बराज स्थित टीएचपी फाटक के पास डेड बॉडी मिली है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर सिरमौर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मॉर्चुरी में शव रखवा दिया। साथ ही आसपास के थानों को मृतक का हुलिया और फोटो भेजा गया था।
दोपहर मृतक के परिजन सिविल लाइन थाना पहुंचकर शव के बारे में संपर्क किए। तभी पुलिस ने बताया कि एक बॉडी सिरमौर थाना क्षेत्र में रिकवर हुई है। पुलिस के बताए अनुसार परिजन पहुंचे तो वह डेड बॉडी दशरथ गुजराती पिता गोविंद गुजराती (27) निवासी कबाड़ी मोहल्ला सिविल लाइन की निकली। तब सिरमौर पुलिस ने पोस्टमॉर्टम कराकर शव परिजन को सौंप दिया है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो 2 जुलाई की शाम शहर के एक थाने की पुलिस आरोपी दशरथ गुजराती को पकड़ने गई थी। पुलिस को देखते ही नदी की ओर भागकर फरार हो गया। तब पुलिस टीम लौट गई। इधर परिजन उसके लापता होने की सूचना 3 जुलाई को सिविल लाइन थाने में दी। तो पुलिस उस मामले को सीरियस नहीं लिया था। 11 जुलाई को जब सिरमौर क्षेत्र में लाश मिली तो पुलिस ने पीएम के बाद डेड बॉडी सौंप दी है।
29 अपराध दर्ज
सिविल लाइन थाना प्रभारी निरीक्षक ओंकार तिवारी ने बताया कि आरोपी दशरथ गुजराती पर सिविल लाइन थाने में 25 गंभीर अपराध दर्ज थे। साथ ही सिटी कोतवाली में 4 मामले दर्ज थे। वह पहले भी कई बार नदी तैरकर दिल्ली आदि शहरों में फरारी काट चुका था, लेकिन जिस होशियारी से वह नदी पार कर फरारी काटा करता था। उसी नदी में उसकी मौत हो गई।
दो घण्टे बाद हटा जाम
दस्यु गुजराती के परिजनों को 4 लाख की सहायता राशी देने का लिखित आस्वासन साथ 5 आरक्षकों की होगी मजिस्ट्रियल जाच, दो आरक्षकों पर लगे फाइनेंशियल आरोप गम्भीर।
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सिविल लाइन थाना के बीहर नदी में डूबने से जिस दस्यु गुजराती की मौत हुई उस मामले में मृतक के परिजनों को 4 लाख रुपए दिए जाने प्रशासन ने आश्वसन दिया साथ ही मृतक के विरूद्ध सिटी कोतवाली एवम सिविल लाइन थाना मेे लगभग 30 अपराधिक मामले दर्ज है।बाकी अन्य थानों के अलग मामले दर्ज है।
मृतक के परिजनों ने सिविल लाइन थाना मेे पदस्थ तीन आरक्षकों पर उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पूर्व में पदस्थ रहे दो आरक्षकों पर फाइनेंशियल आरोप लगाए है जो विभाग का सबसे गम्भीर आरोप है, एसपी राकेश कुमार सिंह खुद पूरे मामले को सज्ञान में लेकर गम्भीरता से जाँच करा रहे है।