REWA : ट्रांसपोर्ट संचालक ने युवती को डबल सैलरी का लालच देकर होटल में बुलाया, फिर काॅफी में नशीला पदार्थ पिलाकर किया दुष्कर्म
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर स्थित ट्रैवल एजेंसी में कार्य करने वाली युवती के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। बताया गया, ट्रांसपोर्ट संचालक ने डबल सैलरी में नौकरी देने का लालच देकर होटल में बुलाया था। यहां युवती पहुंची तो काॅफी में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। इसके बाद उसके साथ रेप किया। आरोपी ने जान से मारने की धमकी भी दी। युवती रायपुर में तीन माह तक शिकायत के लिए भटकती रही।
फिर भी रसूखदार ट्रांसपोर्ट संचालक के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया गया। रीवा में परिवारवालों को आपबीती बताई। उसके बाद भाई से साथ युवती ने महिला थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया। महिला अधिकारी ने युवती के बयान लेने के बाद मामला दर्ज करते हुए केस डायरी रायपुर स्थित सिविल लाइन थाने भेज दी है।
महिला थाना प्रभारी निरीक्षक प्रियंका पाठक ने बताया, विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र निवासी एक परिवार में पिता छत्तीसगढ़ के रायुपर में नौकरी करते थे। कुछ माह पहले ही मां बाप लौटकर रीवा आ गए थे। बेटा और बेटी वहीं रहकर पढ़ाई और जॉब करते थे। कुछ दिन युवती की एक ट्रैवल एजेंसी पर जॉब लग गई।
इसी बीच, एक दिन ट्रैवल एजेंसी में ट्रांसपोर्ट संचालक आरोपी सुनील अग्रवाल पिता घनश्याम अग्रवाल आया। उसने युवती को देखते ही अपने यहां जॉब का ऑफर दिया। बोला- जितनी सैलरी मिल रही है, मैं डबल दूंगा। अक्सर ट्रैवल एजेंसी में आने के कारण युवती ने आरोपी पर भरोसा कर लिया। फिर उसके बताए गए ऑफिस में पहुंच गई।
नशीला पदार्थ पिलाकर किया रेप
पीड़िता ने बताया कि करीब तीन माह पहले आरोपी सुनील अग्रवाल ने रायपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के राम मंदिर के पीछे स्थित होटल पर बुलाया। यहां चाय-नाश्ते के बाद कॉफी आई। युवती को बातों में खोई रही। इसी दौरान आरोपी ने कॉफी में नशीला पदार्थ मिला दिया। जैसे ही, युवती कॉफी को मुंह पर लगाई तो वह बेहोश हो गई। जिसके बाद आरोपी ने युवती के साथ कई बार रेप किया। जब युवती को होश आया, तो वह बदहवास हालत में पड़ी थी। आरोपी वहां से फरार हो गया था। होटल स्टाफ से युवती ने जानकारी मांगी, तो भगा दिया।
रायपुर पुलिस ने तीन माह बाद भी नहीं दर्ज किया केस
महिला अधिकारी को युवती ने बयान में बताया कि आरोपी ट्रांसपोर्ट संचालक वहां का रसूखदार है। इसलिए मेरे मामले में पुलिस ने तीन माह तक घुमाती रही, पर एफआईआर दर्ज नहीं की। दूसरी तरफ आरोपी भी लगातार धमकी देता रहा। बोला- रायपुर छोड़कर जाओ। यहां किसी में एफआईआर करने की दम नहीं है। फिर पीड़िता रीवा के महिला थाने में 25 जून को शिकायत लेकर पहुंची।