दिग्विजय ने मंत्रियों को दे दी चेतावनी, भगवान से डरो, जिस दिन कुर्सी जाएगी तो क्या होगा?

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मंत्रियों को चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि भगवान से डरो। जिस दिन कुर्सी जाएगी तो क्या होगा?
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह इस समय प्रदेश के दौरे पर हैं। उन्होंने सागर में जिले के तीन मंत्रियों- गोविंद सिंह राजपूत, गोपाल भार्गव और भूपेंद्र सिंह को सीधे-सीधे चेतावनी दे दी। उन्होंने कहा कि जिस दिन कुर्सी जाएगी, उस दिन क्या होगा? मंत्रियों की दादागिरी चल रही है और इन सबके ऊपर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बैठे हुए हैं। जरा भगवान से डरो। कुर्सी किसी की नहीं हुई।
सागर जिले की बीना में दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत की। इसके बाद उन्होंने बीना और खुरई विधानसभा क्षेत्रों में मंडलम सेक्टर बैठक और कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया। दिग्विजय सिंह उन सीटों पर जाकर कार्यकर्ताओं को एकजुट कर रहे हैं, जहां कांग्रेस लंबे समय से हार रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा महंगाई, बेरोजगारी के मुद्दे पर बात नही करती है। मूल मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए धर्म के नाम पर गुमराह करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने दोहराया कि कांग्रेस का चेहरा कमलनाथ जी हैं।
कार्यकर्ताओं के साथ बैठक में दिग्विजय सिंह ने कहा कि हर मंडलम-सेक्टर पर महिलाओं को प्राथमिकता देनी होगी। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जन जाति, पिछड़े वर्ग को भी ब्लॉक, मंडलम, सेक्टर, बीएलए में अनिवार्य रूप से जगह देना चाहिए। संगठन सबका है इसीलिए सभी अगड़ी-पिछड़ी जातियों के लोगों को संगठन में जोड़ने की आवश्यकता है। सभी को जोड़ेंगे तब मजबूत संगठन बनेगा क्योंकि संगठन में ही शक्ति है। पूर्व मुख्यमंत्री ने समस्त कार्यकर्ताओं की बैठक में अपने चिर परिचित अंदाज में महिलाओं को मंच पर बैठाया व स्वयं कार्यकर्ताओं के साथ सबसे पीछे की कतार में बैठे। उन्होंने सबकी बातें ध्यान से सुनी और उन्हें उनके जवाब दिए।
कार्यकर्ताओं को डरने की जरूरत नहीं
दिग्विजय सिंह ने खुरई में कार्यकर्ताओं से कहा कि किसी से डरने की जरूरत नही है। मंत्री के खिलाफ बोल नही सकते तो मुझे लिखकर दो। अन्याय नहीं होने देंगे, लड़ेंगे, जीतेंगे। उसके बाद कार्यकर्ताओं ने दिग्विजय से मंत्री द्वारा उन पर किए जा रहे अत्याचार की आपबीती लगभग दो घंटे सुनाई। पूर्व सीएम ने धीरता के साथ सभी कार्यकर्ताओं की बातें सुनी। उनकी निडरता और साहस के लिए उन्हें शाबाशी दी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि पहले जब मैं खुरई आया था और अब आया हूं तो अंतर दिखाई दे रहा है। हमारे कार्यकर्ता अब बिना देर घर से निकल रहे हैं। मैं कमलनाथ जी से कहूंगा कि वे एक प्रदेश स्तरीय जनसभा दतिया में और एक जनसभा खुरई में आयोजित करें। पूरे प्रदेश के नेताओं कार्यकर्ताओं को इकट्ठा करें फिर देखते हैं कितने लोगों पर मंत्री जी केस दर्ज करवाते हैं, कितनी सभाएं रोकेंगे, इसीलिए घबराइए मत।