Russia Ukraine War : ऑपरेशन गंगा के तहत 7वीं फ्लाइट 182 भारतीय नागरिकों को लेकर पहुँची mumbai
यू्क्रेन पर रूस लगातार मिसाइल हमलें कर रहा है। दोनों के युद्ध के बीच हजारों की संख्या में फंसे भारतीय को निकालने के लिए केंद्र सरकार ऑपरेशन गंगा चलाया जा रहा है। ऑपरेशन गंगा के तहत सातवीं फ्लाई मंगलवार सुबह मुंबई पहुंची है। यह विमान बुखारेस्ट (रोमानिया) से मुंबई के लिए रवाना हुआ। इस फ्लाइट के जरिए यूक्रेन में फंसे 182 भारतीय नागरिकों की घर वापसी हुई है। ऑपरेशन गंगा के तहत नौवीं उड़ान बुखारेस्ट (रोमानिया) से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान कर चुकी है। इस विमान में 218 भारतीय स्वदेश लौट रहे है। इसके अलावा 218 भारतीय भी दिल्ली पहुंच रहे है।
नौवीं फ्लाइट से 218 भारतीय पहुंचे दिल्ली
यूक्रेन में फंसे 180 भारतीय नागरिकों लेकर मुंबई सुबह करीब 8 बजे एक विमान पहुंच गया है। सातवीं ऑपरेशन गंगा फ्लाइट बुखारेस्ट (रोमानिया) से मुंबई पहुंची है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने मुंबई हवाई अड्डे पर भारतीय छात्रों की अगवानी की। इसके अलावा 218 भारतीय भी दिल्ली पहुंच रहे है। इसके बारे में जानकारी देते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि 218 भारतीय नागरिकों के साथ ऑपरेशन गंगा की नौवीं उड़ान बुखारेस्ट (रोमानिया) से नई दिल्ली के लिए प्रस्थान कर चुकी है।
आपत्तिजनक हालत में पकड़े गए प्रेमी और पत्नी : भरे गांव में पति ने दोनो को पेड़ से बांधकर की जमकर पिटाई
अब स्पाइसजेट और इंडिगो भी करेगा फ्लाइट्स का संचालन
अब तक एयर इंडिया की फ्लाइट्स ही यूक्रेन में फंसे भारतीयों को लेकर स्वदेश आ रही थी। एयर इंडिया के बाद अब स्पाइसजेट और इंडिगो की फ्लाइट्स भी भारतीय की घर वापसी कराएगी। मानन कंपनी इंडिगो यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के बाद बुडापेस्ट से उड़ानों का परिचालन करेगी। इन फ्लाइट्स का संचालन करेगी स्पाइसजेट भी यू्क्रेन में फंसे भारतीय को वापस के अभियान से जुड़ गई है। इसकी पहली फ्लाइट 28-फरवरी को एसजी 9521, दूसरी एक मार्च को एसजी 9522 और तीसरी दो मार्च को एसजी 9522 उड़ान भरेगी।
यूक्रेन के पड़ोसी देशों की यात्रा करेंगे 4 कैबिनेट मंत्री
यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों की भी मदद ली जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए नई रणनीति बनाई है। एक हाईलेवल बैठक में कई केंद्रीय मंत्री और अधिकारी शामिल थे। बैठक में फैसला हुआ कि 4 कैबिनेट मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में जाएंगे। भारतीयों के निकासी मिशन को कोऑर्डिनेट करेंगे।