REWA : श्रीनिवास तिवारी के पोते पर कांग्रेस ने नहीं जताया विश्वास, त्योंथर से नहीं दिया टिकट
सिद्धार्थ सहित उनके समर्थकों के राजनीतिक स्टंट नहीं आए काम
ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद तमाम राजनीतिक दलों में टिकट को लेकर दावेदारों में खींचतानी शुरू हो गई थी। अगर कांग्रेस की बात की जाए तो शहर के जिस अमहिया मोहल्ले से रीवा क्षेत्र की सभी आठों सीटों का निर्धारण हुआ करता था उसी अमहिया मोहल्ले के कद्दावर नेता रहे श्रीनिवास तिवारी के पोते एवं सुंदरलाल तिवारी के पुत्र सिद्धार्थ तिवारी को कांग्रेस ने त्योंथर से टिकट नहीं दिया।
जबकि लगभग पिछले एक वर्षों से भी अधिक समय से सिद्धार्थ तिवारी विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय थे और अपने टिकट की दावेदारी भी कर रहे थे। कुछ दिन पहले जब उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस का महामंत्री नियुक्त किया गया उसके बाद ही उनके समर्थकों ने यह अनुमान लगा लिया कि संभवत: टिकट कट सकता है या क्षेत्र बदल सकता है। इसके बाद उनके कई समर्थकों ने राजनीतिक स्टंट बाजी करते हुए पार्टी से सामूहिक इस्तीफा तक दे दिया। वहीं कुछ दिन बाद खुद सिद्धार्थ तिवारी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से कांग्रेस शब्द हटाकर विंध्य कर दिया था।
इसके बाद एक समाचार पत्र को टेलिफोनिक इंटरव्यू में अपने सोशल मीडिया पर सिद्धार्थ तिवारी ने अपनी सफाई में यह कहा था कि वह अभी कांग्रेस पार्टी में ही है, किंतु वह विंध्य क्षेत्र से आते हैं इसलिए विंध्य उनकी पहली प्राथमिकता है। हालाकि इस बीच सोशल मीडिया समेत तमाम प्लेटफार्म में यह अफवाह फैलती रही की श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ तिवारी दिल्ली में भाजपा नेताओं के संपर्क में है और कभी भी भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं और भारतीय जनता पार्टी द्वारा उन्हें त्योंथर से अपना प्रत्याशी भी बना सकती है।
अगर कांग्रेस की बात की जाए तो कांग्रेस द्वारा सूची में रीवा एवं मऊगंज जिले के चार विधानसभा सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है जिसमें मऊगंज से सुखेंद्र सिंह बन्ना, त्योंथर से रमाशंकर पटेल,गुढ़ से कपिध्वज सिंह, मनगवां से बबिता साकेत को टिकट दे दिया गया है। कांग्रेस की सूची से यह साफ हो चुका है कि कांग्रेस पार्टी को उसी अमहिया में अब वह विश्वास नहीं रह गया जहां से कभी विंध्य क्षेत्र में कांग्रेस का भविष्य तैय किया जाता था। हालांकि कांग्रेस की टिकट घोषणा बाद सिद्धार्थ तिवारी की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आ पाई है। विंध्य के लोगों में उनके अगले कदम का इंतजार किया जा रहा है