रीवा में वीआईपी प्रभाव की बत्ती गुल? MLA की स्कॉर्पियो अवैध लाइट के साथ पकड़ी गई, लेकिन फोन कॉल के बाद बिना चालान छोड़ दी गई

 
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रीवा में वाहन चेकिंग के दौरान मऊगंज विधायक की स्कॉर्पियो को अवैध लाइट्स के साथ पकड़ा गया। लेकिन एक फोन कॉल के बाद गाड़ी को छोड़ दिया गया। DSP ने मामले में जांच की पुष्टि की है।

ऋतुराज द्विवेदी,रीवा। मध्य प्रदेश में चल रहे विशेष वाहन चेकिंग अभियान के दौरान रीवा पुलिस ने एक हाई-प्रोफाइल गाड़ी को रोका, लेकिन कानून की धाराओं से ज्यादा असर एक फोन कॉल का दिखा।

जानकारी के अनुसार, रीवा शहर में सोमवार रात चल रही वाहन चेकिंग में मऊगंज से बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल की स्कॉर्पियो गाड़ी को रोका गया। गाड़ी में अवैध हैलोजन लाइट्स लगी थीं, जो ट्रैफिक नियमों का खुला उल्लंघन है।
हैरानी की बात ये रही कि गाड़ी को कुछ देर रोकने के बाद पुलिस ने बिना चालान किए ही जाने दिया। 

सूत्रों का कहना है कि वाहन में विधायक मौजूद नहीं थे, लेकिन उनकी पत्नी सफर कर रही थीं। गाड़ी रोकने के कुछ देर बाद एक "प्रभावशाली फोन कॉल" आया और मामला ठंडे बस्ते में चला गया।

जब इस पूरे प्रकरण पर ट्रैफिक डीएसपी हिमाली पाठक से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया, "जांच जारी है। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई होगी, चाहे वे किसी भी पद पर हों।" पुलिस द्वारा ऐसे मामलों में दोहरी नीति अपनाने से जनता में नाराज़गी देखने को मिल रही है। जहां आम नागरिकों पर चालान किए जा रहे हैं, वहीं वीआईपी गाड़ियों को 'कॉल' की ढाल मिल रही है।

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